इन्कम टैक्स वसूली में 12 प्रतिशत का इजाफा

0
पुणे : पोलीसनामा ऑनलाईन – इन्कम टैक्स विभाग के पुणे रीजन द्वारा इस साल पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक आयकर वसूला। वित्त वर्ष 2018-19 में इस विभाग ने राज्यभर में किये गये सर्वे के जरिए 1195 करोड़ रुपयों की अघोषित इन्कम जब्त कर उस पर 271 करोड़ रुपयों का इन्कम टैक्स भी वसूल किया। साथ ही जब्त की गई 6 बड़ी प्रॉपर्टीज की नीलामी से 3 करोड़ रुपयों की वसूली की। प्रिन्सिपल चीफ कमिश्नर ऑफ इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट (पुणे रीजन) द्वारा दी गई।
मुंबई व नागपुर को छोड़कर शेष महाराष्ट्र इन्कम टैक्स-पुणे अंचल या विभाग के अंतर्गत आता है। इस विभाग के द्वारा वित्त वर्ष वर्ष 2017-18 में 51,599 करोड़ रुपये इन्कम टैक्स वसूल किया गया था, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में पुणे विभाग ने 57 हजार 475 करोड़ रुपयों का आयकर वसूला। वर्ष 2017-18 की तुलना में एडवांस टैक्स में 19 फीसदी बढ़ोतरी हुई।
प्रिन्सिपल चीफ कमिश्नर ऑफ इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट (पुणे रीजन) के अधिकृत सूत्रों ने बताया कि सालभर की गई कार्रवाई में पुणे विभाग ने 243 मामलों में कोर्ट में याचिकाएं दायर की हैं। जनता में इन्कम टैक्स को लेकर जागरूकता पैदा होनी  चाहिए। देश के विकास हेतु इस निधि का विनियोग (समायोजन) होता है और इसलिए समय पर आयकर भरा जाना चाहए। इसके लिए सालभर 501 स्थानों में सर्वे भी किया गया, जिसके जरिए पुणे रीजन को 1195 करोड़ रुपयों की अघोषित इन्कम जब्त करने में सफलता मिली। इसके अलावा विभाग के अधिकारियों व कर्मियों ने राज्य के 80 स्थानों में सालभर इन्कम टैक्स से संबंधित जनजागृति मुहिम चलाई। इसमें इन्कम टैक्स, पर्सनल टैक्स व कॉर्पोरेट टैक्स के बारे में भी प्रबोधन किया गया। साथ ही टीडीएस (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स), इन्कम टैक्स, पर्सनल टैक्स व कॉर्पोरेट टैक्स समय पर व उचित तरीके से भरने के बारे में मार्गदर्शन किया गया।
ग्रामपंचायत, पंचायत समिति के अधिकारियों को भेजे 16 हजार पत्र
प्रिन्सिपल चीफ कमिश्नर ऑफ इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट (पुणे रीजन) की ओर से बताया गया कि राज्य के इन्कम टैक्स विभाग द्वारा टीडीएस के संबंध में राज्य के विभिन्न विभागों के आहरण व संवितरण अधिकारियों (डीडीओ या ड्राइंग एंड डिसबर्सिंग ऑफिसर्स) को 8600 पत्र भेजे गये थे, जबकि ग्रामपंचायत व पंचायत समिति के अधिकारियों को भी 16000 पत्र भेजकर जानकारी दी गई कि इन्कम टैक्स क्यों व कैसे भरना चाहिए? इस संबंध में जनजागृति की गई थी।
You might also like
Leave a comment