पुणे जिले में 24 घँटे के भीतर मिले कोरोना के 1921 मरीज
पुणे । पुलिसनामा ऑनलाइन – पुणे जिले में कोरोना का प्रकोप कहीं थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 24 घँटे के भीतर जिले में 1921 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके साथ ही दिनभर में 31 मरीजों की मौत हुई है। शुक्रवार तक जिले में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 35 हजार 528 कुल संक्रमितों में से 21 हजार 411 मरीज कोरोना से मुक्त हुए हैं। जिले में कोरोना से मरनेवालों का आंकड़ा 985 हो गया है। फिलहाल विविध अस्पतालों में 13 हजार 132 मरीजों का इलाज जारी है। इसमें पुणे मनपा क्षेत्र के 9770, पिंपरी चिंचवड मनपा क्षेत्र के 2636 व कॅन्टोंन्मेंट क्षेत्र के 91, खडकी विभाग के 60, ग्रामीण क्षेत्र के 522, जिल्हा शल्य चिकित्सक के पास एडमिट 20 मरीजों का समावेश है। इनमें से 557 मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिले में कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने का प्रमाण बढ़कर 60.27 फीसदी हो गया है। जबकि मृत्यु का प्रमाण 2.77 फीसदी पर आ गया है।
पुणे के संभागीय आयुक्त डॉ दीपक म्हैसेकर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पुणे संभाग (पुणे, सातारा, सांगली, सोलापुर, कोल्हापुर जिला) में आज महामारी के 2191 नए मरीज मिले हैं। संभाग में आज मिले मरीजों के बाद कुल संक्रमितों की संख्या 42 हजार 433 हो गई है, हालांकि इसमें से 25 हजार 507 मरीज स्वस्थ होकर अस्पतालों से घर लौट गए हैं। जबकि 1401 मौतें दर्ज हुई हैं। फिलहाल अस्पतालों में दाखिल 15 हजार 525 में से 743 मरीजों की तबियत गंभीर बताई गई है। पुणे के बाद आज भी सोलापुर में सर्वाधिक 150 मरीज मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमितों की संख्या 3699 हो गई है।
इसमें से 319 मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि 2084 मरीज अस्पताल से घर लौट चुके हैं। फिलहाल 1296 मरीजों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। सातारा जिले में आज नए 56 मिलने के बाद यहां कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 1543 हो गई है। इसमें से 934 स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं जबकि 61 मरीजों की मौत हो चुकी है। फिलहाल 548 मरीजों का इलाज चल रहा है। सांगली जिले में आज 33 नए मरीज मिले हैं। इसके बाद जिले में मरीजों की संख्या 581 हो गई है। इसमें से 282 को अस्पतालों से डिस्चार्ज मिल गया है जबकि 15 की मौत हो चुकी है। यहां 284 पॉजिटिव मरीजों का इलाज जारी है। कोल्हापुर जिले में आज 31 नए मरीज मिलने के बाद संक्रमितों का आंकड़ा 1082 हो गया है। हालांकि इसमें से 796 इलाज के बाद घर लौट गए हैं जबकि 21 मरीजों की मौत हो गई है। फिलहाल 265 मरीजों का इलाज चल रहा है।