3 पूर्व मुख्यमंत्रियों की चुनाव में हार से राजनीतिक करियर पर लगा ब्रेक

0

पुणे :  पोलीसनामा ऑनलाईन – लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद यह चर्चा की जा रही है कि इन नतीजों ने महाराष्ट्र के 3 पूर्व मुख्यमंत्रियों का राजनीतिक सफर मुश्किल कर दिया। किसी समय सूबे के मुख्यमंत्री रह चुके अशोक चव्हाण, सुशीलकुमार शिंदे व नारायण राणे को चुनाव परिणामों से बड़ा झटका लगा है और उनकी राह में राजनीतिक गतिरोध पैदा हो गया है।

अपने गढ़ नांदेड़ में ही खुद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक चव्हाण को भारी अंतर से मात खानी पड़ी, जबकि सोलापुर में भी सुशीलकुमार शिंदे को पराजय का सामना करना पड़ा। रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग संसदीय क्षेत्र का चुनाव नारायण राणे के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना था और यहां से उनके पुत्र नीलेश राणे भी परास्त हो गये। इन तीनों के लिए यह हार पचा पाना काफी मुश्किल होगा।

अशोक चव्हाण खुद चुनाव लड़ने तैयार नहीं थे, लेकिन यदि वे चुनाव मैदान में न उतरते तो यह संदेश जाने का डर था कि खुद कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष चुनाव से दूर भाग रहे हैं। बगल के चुनाव क्षेत्र में कांग्रेस के राजीव सातव जैसे नेता ने भी लोकसभा चुनाव लड़ना टाल दिया था। इसी वजह से उन्हें मजबूरन चुनाव लड़ना पड़ा और उसमें वे हार गये।
सुशीलकुमार शिंदे ने मतदाताओं से भावुक अपील करते हहुए कहा, यह मेरा आखिरी चुनाव है और इसके बावजूद मतदाताओं ने उन्हें नकार दिया।

माना जा रहा है कि सोलापुर सीट से वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रकाश आंबेडकर के चुनाव लड़ने के कारण ही शिंदे को हार का मुंह देखना पड़ा। किसी समय देश के गृहमंत्री रह चुके सुशीलकुमार शिंदे को आखिर यह दिन देखना पड़ा। कोंकण में नीलेश राणे की हार से उनकी राजनीतिक राह में बड़ा गतिरोध पैदा होने के आसार हैं। कहा जा रहा है कि नीलेश की पराजय से नारायण राणे का राजनीतिक करियर और भी संकट में पड़ गया है। उनकी पार्टी का भविष्य भी अब चर्चा का विषय बन गया है।

You might also like
Leave a comment