तृणमूल के 4 मंत्री और विधायक गिरफ्तार, ममता पहुंची सीबीआई ऑफिस, कहा- मुझे भी गिरफ्तार करो  

0

ऑनलाइन टीम. कोलकाता : पश्चिम बंगाल चुनावी शह-मात के बाद अब ‘एक्शन’ शुरू है। साल 2016 में बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले नारदा स्टिंग टेप सार्वजनिक किए गए थे। ऐसा दावा किया गया था कि ये टेप साल 2014 में रिकॉर्ड किए गए थे। इसमें टीएमसी के मंत्री, सांसद और विधायक की तरह दिखने वाले वयक्तियों को कथित रूप से एक काल्पनिक कंपनी के प्रतिनिधियों से कैश लेते दिखाया गया था। यह स्टिंग ऑपरेशन नारदा न्यूज पोर्टल के मैथ्यू सैमुअल ने किया था। इस स्टिंग ऑपरेशन के लिए मैथ्यू सैमुएल एक कंपनी के प्रतिनिधि के तौर पर तृणमूल कांग्रेस के एक दर्जन सांसदों, नेताओं और मंत्रियों से मुलाक़ात कर उनको काम कराने के एवज़ में पैसे दिए। वीडियो में नज़र आने वाले नेताओं में मुकुल राय, सुब्रत मुखर्जी, सुल्तान अहमद, शुभेंदु अधिकारी, काकोली घोष दस्तीदार, प्रसून बनर्जी, शोभन चटर्जी, मदन मित्र, इक़बाल अहमद और फिरहाद हकीम शामिल थे।

साल 2017 में कलकत्ता हाईकोर्ट ने इन टेप की जांच का आदेश सीबीआई को दिया था। सीबीआई अब तेजी दिखा रही है। अब जिन्न बोतल से फिर बाहर निकल आया है। पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने टीएमसी के चार पूर्व मंत्रियों पर मुकदमा चलाने की मंजूरी दी थी। इसके बाद सीबीआई ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 4 मंत्री, पूर्व मंत्री और विधायक पर सीबीआई  ने शिकंजा कस दिया है।

सोमवार को सीबीआई के अधिकारी फिरहाद हकीम के आवास पर पहुंचे और घर की तलाशी करने लगे। इसके बाद फिरहाद हकीम को सीबीआई दफ्तर पूछताछ के लिए ले आए। अपने नेताओं पर सीबीआई की कार्रवाई के बाद अब सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआई के दफ्तर पहुंच गई। कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए सीबीआई के अधिकारियों से कहा कि मुझे भी गिरफ्तार कर लीजिए। बहरहाल, सीबीआई नारदा स्टिंग मामले में आरोपी फिरहाद हकीम को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है। इसके अलावा बंगाल सरकार में मंत्री सुब्रत मुखर्जी और विधायक मदन मित्रा के घर पर भी छापा मारा और उन्हें सीबीआई दफ्तर पूछताछ के लिए बुलाया। इसके अलावा पूर्व मेयर सोवन चटर्जी पर भी कार्रवाई की गई है। सीबीआई इन चारों से नारदा केस  में पूछताछ करेगी।

You might also like
Leave a comment