डीएनए से खुला 80 साल का भेद…अस्पतालों में हो गई थी बच्चों की अदला-बदली, दोनों दूसरे परिवारों में रहे

वेस्ट वर्जीनिया : समाचार ऑनलाइन – अमेरिका में एक बहुत हैरान करने वाली घटना है। जॉन विलियम कार्र और जैकी ली स्पेंसर नामक दो व्यक्ति का जन्म 29 अगस्त 1942 को बकेनन के सेंट जोसफ अस्पताल में हुआ था। 80 साल पहले की इस घटना का खास पहलू यह है कि अस्पताल में ही दोनों बच्चों की अदला-बदली हो गई थी। यह राज तब खुला जब पिछले साल दोनों के डीएनए उन्हें पालने वाले परिवारों के साथ मैच नहीं हुए बल्कि दोनों के डीएनए एक दूसरे के परिवारों के साथ मिल गए। दोनों ने वेस्ट वर्जीनिया के एक रोमन कैथोलिक अस्पताल पर लापरवाही और कर्तव्य भंग का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया है।

50 साल से ज्यादा समय पिता की खोज में लगाए : स्पेंसर ने बताया कि अपने जन्म प्रमाण पत्र में लिखित उसके पिता की खोज में उसने 50 से अधिक साल लगा दिए। उन्हें बताया गया था कि उस आदमी ने उनके जन्म से पहले उनकी माँ को छोड़ दिया था। अपने तथाकथित पिता के रिश्तेदारों को खोजने के बाद स्पेंसर ने यह देखने के लिए डीएनए परीक्षण करवाया कि क्या वह उस परिवार से संबंधित है और वह जानकर बहुत हैरान हुआ कि वह उनके परिवार का हिस्सा नहीं था। बाद में डीएनए टेस्ट से यह पता चला कि वह वास्तव में कार्र के परिवार से संबंधित था और आगे की छानबीन में यह पता चला कि कार्र का जन्म भी उसी दिन सेंट जोसेफ में हुआ था।

आंखों की वजह से हुई परेशानी : स्पेंसर और उनकी पत्नी ने कार्र से संपर्क किया और इन्हें बताया कि वे उन लोगों के सम्बंधित थे, जिन्हे स्पेंसर अपना परिवार मानते आये थे। मुकदमे के दौरान स्पेंसर ने दुःख जताते हुए कहा कि वे अपने आखिरी दिनों में हैं और वे आजतक अपने परिवार के सदस्यों को नहीं मिल पाए। कार्र ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उनकी आँखें नीली थी जो उन्हें पालने वाले परिवार से बिलकुल अलग थीं। उनके माता पिता और उनके भाई बहनों के बाल और आँखें भूरी थी और वे कार्र से बिलकुल अलग दिखते थे, जिस कारण वे जीवन में कभी भी परिवार के साथ सहज नहीं रह पाए।