एक प्रेमिका ने अपने प्रेमी की सुरक्षा के लिए हाईकोर्ट से सुरक्षा मांगी

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तलेगांव दाभाड़े : पोलीसनामा ऑनलाईन – दूसरी जाति के युवक से प्रेम करने पर परिवार के सदस्यों द्वारा घर में कैद किये जाने व सिर पर पिस्तौल तानकर मार डालने की धमकी दिये जाने के बावजूद अपना प्यार पाने के लिए युवती ने उनकी परवाह किये बिना जाति की सीमा-रेखा लांघ दी। नफरत की सलाखें तोड़कर दौंड रेलवे स्टेशन से प्रेमी के साथ चले जाने के बाद युवती के घरवालों ने प्रेमी के परिवार को धमकाया गया कि वे दोनों को खत्म कर देंगे। इस बीच, युवती ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और चाचा सहित अन्य लोगों के खिलाफ तलेगांव दाभाड़े पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया। पुलिस ने बताया कि जाति की भावना से ऊपर उठकर प्यार के लिए परिवार से बगावत करने वाले युवती का नाम प्रियंका संतोष शेटे (उम्र 19 वर्ष, निवासी दौंड) है।  प्रियंका की शिकायत पर उसके चाचा दत्तात्रय बंडू शेटे, रवि निवृत्ति शेटे, संपत ज्ञानेश्वर शेटे (सभी नि। नवलाख उंब्रे, तहसील मावल के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।

तीन साल पहले तलेगांव में कॉलेज की पढ़ाई करते समय प्रियंका की विराज मोहन अवघड़े से पहचान हुई। कुछ दिनों में दोनों में अच्छी दोस्ती हुई और धीरे-धीरे दोनों में प्यार परवान चढ़ा। तलेगांव के कॉलेज की शिक्षा पूर्ण होने के बाद प्रियंका पुणे गई और उसके बावजूद दोनों के प्यार का सिलसिला चलता रहा।

प्यार के लिए घरवालों से पहले भी लड़ चुकी है युवती

18 साल उम्र की दहलीज लांघने के बाद वह कानूनन बालिग हो गई और अपना फैसला लेने का उसे अधिकार मिल गया। इस बीच, युवती के घरवालों को उसके प्रेमसंबंध का पता चल गया। विराज के दूसरी जाति के होने के कारण प्रियंका के घर के लोगों को उनका प्यार मंजूर नहीं था। इस बात को लेकर युवती ने अपने परिवार के सदस्यों से झगड़ा भी किया।

चाचा ने सिर पर पिस्तौल रखकर दी जान से मारने की धमकी

प्रियंका के माता-पिता तलेगांव में रहते थे। उसके प्रेम संबंध के बारे में मालूम होने के बाद चाचा दत्तात्रय शेटे उसे तलेगांव से मूल गांव शेटे बस्ती, नवलाख उंब्रे ले गये। वहां उसकी पिटाई कर माथे पर पिस्तौल तान दी और उसके साथ विराज को भी जान से मार डालने की धमकी दी। इस दौरान उन्होंने युवती के घूमने-फिरने पर पाबंदी लगाई और बाहरी संपर्क के सभी रास्ते बंद कर दिये। विराज के बिना उसका बुरा हाल हो गया था।

दौंड रेलवे स्टेशन से प्रेमी के साथ चली गई 

इसी कड़ी में प्रियंका अपने परिवार के साथ तीर्थाटन हेतु ट्रेन से जा रही थी। इसी बीच उसने किसी तरह विराज से संपर्क किया। दोनों ने दौंड रेलवे स्टेशन पर मिलने की बात तय की। दौंड आते ही वह किसी बहाने नीचे उतरी और विराज का हाथ थामकर चली गई। दोनों प्रेम-पंछियों के भागने के बाद उसके घरवालों ने विराज के परिवार से फोन पर संपर्क किया और कहा कि वे विराज व प्रियंका को जान से मार देंगे।

हाईकोर्ट के दरवाजे पर दी दस्तक

प्रियंका के परिवार वालों द्वारा दोनों की हत्या करने की धमकी दिए जाने के बाद विराज के घरवाले डर गये। इस वजह से प्रियंका ने तुरंत वहां से निकलने का फैसला किया और सूझबूझ का परिचय देते हुए विराज व उसके घरवालों के साथ सीधे हाईकोर्ट पहुंची और वकील के जरिए याचिका दायर की। हाईकोर्ट में सबसे पहले इस मामले में स्थानीय पुलिस स्टेशन में केस दर्ज करने को कहा, जिसके पश्चात प्रियंका ने अपने चाचा व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया। इस मामले की सुनवाई 21 मई को होगी। अंतर्जातीय विवाह करने से गुस्साये चाचा द्वारा दामाद पर 5 गोलियां चलाए जाने की घटना को लोग अभी भूले भी नहीं थे कि मुहब्बत के दुश्मन एक और परिवार का उदाहरण सामने आ गया है। प्रगतिशील महाराष्ट्र के समाज के लिए यह चिंता का विषय है।

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