‘आधार’ आधारित लेन-देन लॉकडाउन में रोज दोगुना के हिसाब से बढ़ा, करीब 16,101 करोड़ रुपये खातों में भेजे गए
नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने पहली बार 21 दिनों का लॉकडाउन लागू किया था, जो 25 मार्च से शुरू और बाद में इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया है। अब कुछ रियायतों के साथ लॉकडाउन को दो सप्ताह और बढ़ाकर 17 मई कर दिया गया है। देशव्यापी लॉकडाउन ने कारोबार बंद कर दिया, हवाई और रेल यात्रा रोक कर दी और लोगों और सामानों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी है। इस दौरान रोजाना आधार आधारित एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) के जरिए ट्रांजेक्शन दोगुना बढ़कर 113 करोड़ रुपये हो गया है।
ऐसी है यह सेवा : बता दें कि एइपीएस अर्थात, आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम, एक ऐसी भुगतान सेवा है, जो बैंक ग्राहक को अपने आधारकार्ड संबंधी पहचान से सम्बन्धित आधार सक्रिय बैंक खाते तक पहुंच बनाने एवं सामान्य बैंकिंग लेन-देन की सुविधा प्रदान करती है। यह बैंकिंग कॉरस्पॉंडेंट (बीसी) की सहायता से पीओएस (माइक्रो एटीएम) पर बैंक-से-बैंक लेनदेन की अनुमति देती है। उपयोगकर्ता को बैंक में या बीसी की सहायता से अपने अकाउंट के लिए आधार नम्बर देना होता है। उपयोगकर्ता बगैर पिन या पासवर्ड के किसी भी एइपीएस बिन्दु पर मनचाही संख्या में लेन-देन कर सकता है। जानकारी के अनुसार, देश में 36 करोड़ आधार कार्ड होल्डर्स ने अपनी यूनीक आईडी को बैंक अकाउंट से लिंक किया है। ये लोग इस पेमेंट सिस्टम का इस्तेमाल कर सकते हैं। वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा है कि 43 करोड़ के लेन-देन में से 16,101 करोड़ रुपये खातों में भेजे गए हैं। बता दें कि लॉकडाउन में सरकार की ओर से डायरेक्ट बेनिफ्ट्स ट्रांसफर स्कीम्स में पैसे भेजे जा रहे हैं।