मेडिकल जांच के दौरान पुलिस हिरासत से भागा आरोपी

24 घँटे के भीतर क्राइम ब्रांच ने किया सलाखों के पीछे

पिंपरी : पोलिसनामा ऑनलाइन – मारपीट के मामले में हिरासत में लेकर गिरफ्तारी से पहले मेडिकल जांच के लिए हॉस्पिटल ले जाने पर तीन आरोपियों ने पुलिस के साथ विवाद करते हुए हिरासत से भागने की कोशिश की। इसमें एक आरोपी भाग निकलने में सफल हो गया जबकि दो को पुलिस ने वहीं दबोच लिया। पुलिस की हिरासत से भागे आरोपी को भी पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट 1 की टीम ने 24 घँटे के भीतर सलाखों के पीछे डाल दिया। गत शाम पिंपरी संत तुकाराम नगर स्थित पिंपरी चिंचवड़ मनपा के वाईसीएम हॉस्पिटल में यह घटना घटी थी।

कृष्णा उत्तम सोनवणे (19, निवासी तापकीर मला, चर्च के सामने, कालेवाडी, पुणे) ऐसा गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम है। पिंपरी चिंचवड़ की वाकड पुलिस ने मंगलवार को कृष्णा सोनवणे और उसके साथ आकाश बाबुलाल पवार (21, निवासी अयप्पा मंदिर के पास, कालेवाडी, पुणे), गणेश ऊर्फ अजय दत्तात्रय कांबले (19, निवासी इंद्रप्रस्थ कालोनी, नढेनगर कालेवाडी, पुणे) नामक तीन आरोपियों को गंभीर स्वरूप की मारपीट के मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें वाईसीएम हॉस्पिटल में मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया।

वाकड पुलिस थाने के पुलिस उपनिरीक्षक आर एस मुदल और चार पुलिसकर्मियों की टीम तीनों आरोपियों को हॉस्पिटल ले गई थी। यहां तीनों आरोपियों ने पुलिस के साथ विवाद करते हुए पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की। इसमें से आकाश पवार और गणेश कांबले को मौके पर ही पकड़ लिया गया, हालांकि कृष्णा सोनवणे हॉस्पिटल से भाग निकलने में कामयाब हो गया। इस बारे में उनके खिलाफ पिंपरी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया। पुलिस उपनिरीक्षक मुदल ने इसकी शिकायत दर्ज कराई। बहरहाल इस घटना से महकमे में खलबली मच गई।

वाकड पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच के दस्ते भी कृष्णा सोनवणे की तलाश में जुट गए। इस बीच क्राइम ब्रांच यूनिट 1 के पुलिसकर्मी गणेश सावंत को मुखबिर से कृष्णा के मोशी में छिपे रहने की खबर मिली। वह वाईसीएम हॉस्पिटल से भागने के बाद नासिकफाटा पहुंचा। पास में पैसे न रहने से उसने एक वाहनचालक से लिफ्ट मांगी और मोशी पहुंचा। यहां वह अपने किसी दोस्त से पैसे लेकर शहर से बाहर भागने की तैयारी में था। हालांकि तब तक पुलिस को उसकी भनक लग गई। यूनिट 1 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक उत्तम ताँगड़े, सहायक निरीक्षक गणेश पाटील, उपनिरीक्षक कालूराम लांडगे, कर्मचारी सचिन उगले, विजय मोरे, खेसे, गणेश सावंत की टीम ने उसे धरदबोचा और पिंपरी पुलिस के हवाले कर दिया।