अर्णब ने आदित्यनाथ को कहा था अशिक्षित, पागल; अब देश का बड़ा पत्रकार बताकर योगी ने किया गिरफ़्तारी का विरोध
नई दिल्ली, 6 नवंबर – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार की एक सभा में कहा कि अर्णब गोस्वामी एक बड़ा पत्रकार है। लेकिन इससे पहले अर्णब गोस्वामी ने एक टीवी शो में उन्हें अशिक्षित और पागल कहा था। इस संदर्भ में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता पवन पांडे ने एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘क्या से क्या हो गया देखते देखते।’ पवन पांडे का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में सीएम योगी आदित्यनाथ के भाषण का कुछ हिस्सा है। इसमें वह कांग्रेस पर लोकतंत्र का गला घोटने का आरोप लगा रहे है। इसमें योगी आदित्यनाथ कह रहे है, 1975 में कांग्रेस ने आपातकाल लादा था और आज आपने देखा होगा कि देश के एक बड़े पत्रकार को अपने स्वार्थ के लिए गिरफ्तार कर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला करने का काम कांग्रेस ने किया है ।
इस वीडियो के अंत में अर्णब गोस्वामी के टीवी शो का कुछ हिस्सा दिखाया गया है। इसमें अर्णब कह रहे है कि योगी आदित्यनाथ ऐसा व्यक्ति है जिन्हें धर्म के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ऐसे अशिक्षित व्यक्ति है कि किसी को कहना चाहिए कि वे अपना मेंटल बैलेंस चेक करवाए।
अन्वय नाईक आत्महत्या मामले में अर्णब गोस्वामी गिरफ्तार
रिपब्लिक चैनल के संपादक अर्णब गोस्वामी को बुधवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। मुंबई में 52 वर्षीय इंटीरियर डिज़ाइनर रहे अन्वय नाईक ने 5 मई 2018 को अलीबाग के कावीर में आत्महत्या की थी। इस मामले में अलीबाग पुलिस स्टेशन में अर्णब सहित तीन के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज है। इस मामले में नाईक की पत्नी ने कहा है कि अर्णब गोस्वामी दवारा पैसे रोके जाने की वजह से उनके पति ने आत्महत्या की। नहीं तो आज वह जिंदा होते।
अर्णब और अन्वय में क्यों विवाद हुआ
अर्णब गोस्वामी ने नवंबर 2017 में टाइम्स नाऊ चैनल छोड़ दिया था। उन्होंने तब कहा था कि 6 महीने में मैं अपना नया चैनल शुरू करूंगा। किसी चैनल को शुरू करने में एक साल का वक्त लग जाता है। लेकिन गोस्वामी ने 6 महीने में काम शुरू करने के लिए अन्वय नाईक को स्टूडियो का काम जल्द पूरा करने का दबाव बनाया था। इसके बाद स्टूडियो का काम कोलकाता के एक इंटीरियर डिज़ाइनर से करवाया। उसी वक़्त का अन्वय नाईक का पैसा बकाया था।