पाकिस्तान की भाषा बोलने वाले इस पूर्व प्रधानमंत्री के आये बुरे दिन, पहले पीएम पद गया अब लगा ये झटका

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नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद को बड़ा झटक लगा है। उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी है और अब उन्हें पार्टी से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का सपोर्ट करके भारत से मलेशिया से रिश्ते ख़राब करने में बड़ी भूमिका निभाई थी. उनकी पार्टी ने उनपर संविधान का उल्लंघन का आरोप लगाकर पार्टी से रुखशत कर दिया है.

बताया जा रहा है कि कश्मीर मुद्दे और नागरिकता संशोधन कानून पर भारत की आलोचना को लेकर अपने देश के सदन में विपक्ष के साथ बैठने के उनके फैसले की आलोचना करते हुए पार्टी से निकाल दिया गया.
गुरुवार को महातिर को लिखे पत्र में प्रीबूमि बेरसतु मलेशिया के कार्यकारी सचिव मुहम्मद सुहेमी याहया ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की मेम्बरशिप, पार्टी के सविधान का उल्लंघन करने के कारण रद्द की जा रही है। इससे पहले फरवरी में भारत से रिश्ते ख़राब होने पर महातिर को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था.

महातिर के कार्यकाल में मलेशिया और भारत के रिश्ते काफी ख़राब हो गए थे. भारत को मलेशिया पर कई प्रतिबंध लगाने पड़े थे. अब जबकि मलेशिया के प्रधानमंत्री मोहिउद्दीन यासीन बने है भारत और मलेशिया के रिश्ते में सुधार होने लगा है। महातिर पर आरोप है कि उन्होंने एनआरसी-सीएए पर भारत की कड़ी आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि मुझे यह देखते हुए अफ़सोस होता है कि खुद के धर्मनिरपेक्ष होने का दावा करने वाला भारत कुछ मुसलमानो को नागरिकता से वंचित कर रहा है। इस कानून की वजह से लोग मर रहे है। इसे लागू करने की क्या जरुरत है जब 70 सालो से सभी नागरिक एक साथ रह रहे है। भारत ने उनके इस बयान का विरोध किया था.

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