“ओबीसी मतलब” फडणवीस पर हमला करने वाले खड़से के खिलाफ भाजपा हुई आक्रामक
मुंबई, 3 नवंबर – लगातार पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस पर एकनाथ खड़से दवारा हमला किये जाने से भाजपा आक्रामक हो गई है। विधान परिषद् में विरोधी दल नेता प्रवीण दरेकर ने कहा है कि एकनाथ खड़से देवेंद्र फडणवीस को लेकर द्वेष बंद करे। उन्होंने कहा कि ओबीसी मतलब एकनाथ खड़से नहीं है।
उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने ओबीसी के लिए जितना काम किया उतना काम किसी ने नहीं किया। फडणवीस सरकार ने उनकी कई समस्याओं का समाधान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ओबीसी समाज से आते है लेकिन उन्होंने कभी इसका जिक्र नहीं किया। भाजपा को टारगेट किया जा रहा है इसलिए हमें यह बताना पड़ रहा है।
फडणवीस दवारा मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने के कारण भाजपा छोड़ा
इससे पहले एकनाथ खड़से ने देवन्द्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा था कि भाजपा में देवेंद्र फडणवीस ने मेरे साथ धोखा किया। मैं केवल फडणवीस से नाराज हूं। मेरे खिलाफ छेड़छाड़ का झूठा केस दर्ज किया गया। वह फडणवीस ने करवाया था इसलिए दुःख हुआ। इन सारी प्रताड़ना से तंग आकर पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया। गोपीनाथ मुंडे, प्रमोद महाजन, पांडुरंग फुंडकर जैसे कितने सारे नेता थे। उनके साथ आज तक भाजपा का काम किया। भाजपा ने मुझे कई बड़े पद दिए। मैं उसे नकार नहीं सकता हूं।
मैंने भाजपा या केंद्र के किसी नेता पर टिप्पणी नहीं की। मेरे साथ एक विधायक, एक सांसद भी नहीं है। रक्षाताई ने कहा है कि वह भाजपा नहीं छोड़ेगी . अपना निर्णय लेने के लिए वह सक्षम है। मेरे भाजपा को लेकर शिकायत नहीं है। केंद्रीय नेतृत्व या प्रदेश कार्यकारणी से नाराज नहीं हूं। केवल देवेंद्र फडणवीस से नाराज हूं इसलिए भाजपा छोड़ा। पार्टी के लिए पूरी उम्र लगा दी। लेकिन मेरी जांच फडणवीस ने करवाई। मुझे बदनामी झेलनी पड़ी। मुझे क्या मिला या नहीं इससे लेना देना नहीं है। मेरे निजी सचिव को 9 महीने अलग रखा गया। यह देवेंद्र फडणवीस ने सभागृह में खुद स्वीकार किया है।