केंद्र सरकार का बड़ा फैसला… इंजीनियरिंग और तकनीकी कोर्स की पढ़ाई अब क्षेत्रीय भाषाओं में भी होगी

November 27, 2020

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में  निर्णय लिया गया है कि अगले शैक्षणिक सत्र से इंजीनियरिंग सहित सभी तकनीकी पाठ्यक्रम क्षेत्रीय भाषाओं में भी पढ़ाए जाएंगे।

मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि तकनीकी शिक्षा, विशेष रूप से इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम मातृभाषा में शुरू करने के लिए एक मौलिक निर्णय लिया गया है। मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करना अगले शैक्षणिक वर्ष से शुरू किया जाएगा। ‘विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को निर्देश दिया गया है कि वह सभी छात्रवृत्तियों, फेलोशिप आदि को समय पर दिया जाना सुनिश्चित करे और इस संबंध में हेल्पलाइन शुरू करके छात्रों की सभी समस्याओं का तुरंत समाधान करे।’

नई शिक्षा नीति के इस अहम बिंदु के आधार पर, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की पढ़ाई हिंदी में शुरू की जानी है। इसके बाद अन्य संस्थानों और पाठ्यक्रमों में भी यह नियम लागू किया जाएगा। इससे पहले NTA भी लोकल लैंग्वेज में JEE Mains परीक्षा आयोजित करने की घोषणा कर चुका है। परीक्षा अब हिंदी और अंग्रेजी के अलावा नौ अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी आयोजित की जाएगी। हालांकि, JEE Advanced परीक्षा के संबंध में अभी ऐसी जानकारी जारी नहीं की गई है। इसके लिए मंत्रालय ने कुछ आईआईटी (IITs) और एनआईटी (NITs) को सूचीबद्ध भी किया है।

बता दें कि एनटीए ने पिछले महीने 2021 से हिंदी और अंग्रेजी के अलावा नौ क्षेत्रीय भाषाओं में जेईई (मुख्य) आयोजित करने के अपने फैसले की घोषणा की थी। हालांकि, आईआईटी ने इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया है। आईआईटी औऱ एनआईटी के फैसले के बाद ही यह निर्णय अंतिम माना जाएगा।