Chandrayaan 2 : आखिरकार मिल ही गया विक्रम लैंडर, NASA ने जारी किया फोटो
नई दिल्ली : पोलिसनामा ऑनलाइन – भारत के महात्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान को नासा ने ढूंढ ही लिया। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर को लेकर बड़ा खुलासा किया है। नासा ने ट्वीट कर जानकारी दी है। नासा के लूनर रिकनैसैंस ऑर्बिटर ने चांद की सतह पर चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर का मलबा तलाश लिया है।
जानकारी के मुताबिक, चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर का मलबा क्रैश साइट से 750 मीटर दूर मिला है। मलबे के तीन सबसे बड़े टुकड़े 2×2 पिक्सेल के हैं। नासा ने रात करीब 1:30 बजे विक्रम लैंडर के इम्पैक्ट साइट की तस्वीर जारी की और बताया कि उसके ऑर्बिटर को विक्रम लैंडर के तीन टुकड़े मिले हैं। विक्रम लैंडर की तस्वीर एक किलोमीटर की दूरी से ली गई है। इस तस्वीर में सॉइल इम्पैक्ट भी देखा गया है, तस्वीर साफ तौर पर देखा जा सकता है कि चांद की सतह पर जहां विक्रम लैंडर गिरा वहां सॉइल डिसटर्बेंस (मिट्टी को नुकसान) भी हुआ है। बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने नासा से संपर्क साधा है और विक्रम लैंडर के इम्पैक्ट साइट की जानकारी मांगी है।
The #Chandrayaan2 Vikram lander has been found by our @NASAMoon mission, the Lunar Reconnaissance Orbiter. See the first mosaic of the impact site https://t.co/GA3JspCNuh pic.twitter.com/jaW5a63sAf
— NASA (@NASA) December 2, 2019
नासा का बयान –
नासा ने अपने बयान में कहा है कि ’26 सितंबर को क्रैश साइट की एक तस्वीर जारी की गई थी और विक्रम लैंडर के सिग्नल्स की खोज करने के लिए लोगों को बुलाया गया था।’ नासा ने आगे बताया कि ‘शनमुगा सुब्रमण्यन नाम के शख्स ने मलबे की एक सकारात्मक पहचान की। उन्होंने ही LRO प्रोजेक्ट से संपर्क किया। शानमुगा ने मुख्य क्रैश साइट के उत्तर-पश्चिम में लगभग 750 मीटर की दूरी पर स्थित मलबे की पहचान की थी। यह पहले मोजेक (1.3 मीटर पिक्सल, 84 डिग्री घटना कोण) में एक एकल उज्ज्वल पिक्सल पहचान थी।’