विकास दुबे को पनाह देने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, गुर्गों पर शिकंजा
कानपुर. ऑनलाइन टीम – हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद पुलिस ने उसके मददगारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शनिवार को कानपुर की चौबेपुर पुलिस ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर से आपराधिक पृष्ठभूमि वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों की पहचान ओम प्रकाश पांडेय और अनिल पांडेय के रूप में की गई। आरोप है कि दोनों ने विकास दुबे के मददगार और वांछित अपराधी शशिकांत पांडेय और शिवम दुबे को अपने यहां पनाह दी थी।
मामला पंजीकृत : दोनों के खिलाफ चौबेपुर थाने में मामला पंजीकृत कर लिया गया है। गौरतलब है कि 2-3 जुलाई को कानपुर के विकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की बेरहमी से हत्या के मामले के मुख्य आरोपी विकास दुबे का शुक्रवार को एनकाउंटर कर दिया गया। मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तारी के बाद कानपुर ले जाने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलट गई। इस दौरान विकास ने पुलिस की पिस्टर छीनकर भागने की कोशिश की थी, जिसके बाद उसे मार दिया गया। विकास के चार साथी पहले ही एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं।
पहले मरवाते हो फिर मुंह चलाने आते हो : कानपुर के भैरव घाट पर विकास दुबे के अंतिम संस्कार के वक्त उसकी पत्नी ऋचा दुबे से मीडिया ने कुछ और सवाल पूछने की कोशिश की, लेकिन विकास की पत्नी ने भड़कते हुए कहा- पहले मरवाते हो फिर मुंह चलाने आते हो। ऋचा ने मीडिया के लोगों पर जमकर गुस्सा उतारा, लेकिन ये भी कहा कि उसके पति ने गलती की थी और पुलिस ने जो किया वो सही किया। ऋचा ने मीडिया के लोगों से ये जरूर कहा कि वो अपने घर वापस चले जाएं।
एनकाउंटर पर कई सवाल : विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर एसटीएफ पर सवाल भी उठ रहे हैं। विकास के एनकाउंटर से पहले मीडियाकर्मियों को रोके जाने का मामला भी एसटीएफ की कार्यशैली पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है। इसके अलावा और भी कई सवालों के कारण एसटीएफ का एनकाउंटर सवालों के घेरे में है।