मुंबई : भाजपा की महिला प्रदेशाध्यक्ष चित्रा वाघ के पति किशोर वाघ बुरी तरह से मुसीबतों में घिर गए हैं। किशोर वाघ परेल के महात्मा गांधी अस्पताल में मेडिकल रिकॉर्डर के रूप में कार्यरत थे। 5 जुलाई 2016 को एक मामले में 4 लाख रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए गए थे। उसके बाद उन्हे निलंबित कर दिया गया था। इसी रिश्वत प्रकरण की पृष्ठभूमि पर 1 दिसम्बर 2006 से 5 जुलाई 2016 के कार्यकाल के दौरान की सम्पत्ति की छानबीन एसीबी ने की।

इसमे कानूनी आय, निवेश, खाते में जमा रकम की क्रेडिट और डेबिट, विरासत में मिली सम्पत्ति, खर्च आदि के बारे जांच की गई। जांच के दौरान, उनके पास एक करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति पाई गई। जो उनकी आय से 90 प्रतिशत अधिक था। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर रिश्वत प्रतिबंधक विभाग के सहायक पुलिस आयुक्त नवनाथ जगताप की शिकायत पर वाघ के खिलाफ रिश्वत प्रतिबंधक अधिनियम 1988 की धारा 13 (2) और 13 (1)ई के अंतर्गत 12 फरवरी को मुम्बई में मामला दर्ज किया गया है।

 चित्रा वाघ पिछले कुछ दिनों से पूजा चव्हाण आत्महत्या मामले में वन मंत्री संजय राठौर के खिलाफ आवाज़ उठा रही हैं। अब उनके पति के भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है। यह खासकर तब है जब भाजपा सत्ता में है। राज्य में भाजपा की सरकार के दौरान ही इस प्रकरण की जांच शुरू हुई थी। इस घटना के बाद वाघ राष्ट्रवादी छोड़कर भाजपा में शामिल हुई थी। इस घटना के बाद ही वाघ ने पार्टी बदला तो इस पर खूब चर्चा भी हुई थी।

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