कोलकाता में 63 साल पुराना है ‘कोरोना’, यहां एक छत के नीचे मिलता है ‘इनके’ लिए सामान

0

कोलकाता : समाचार ऑनलाइन –  कोरोना बीमारी की पहचान मात्र 6 माह ही पुरानी है और इसने पूरी दुनिया में कारोबार ठप करके रखा है, लेकिन कोलकाता में 60 के दशक से ही कोरोना के नाम से कारोबार होता आ रहा है। एक बहुत बड़ा ब्रांड है यहां कोरोना। एक नहीं, तीन-तीन पेट स्टोर हैं, जहां पालतू कुत्ते-बिल्लियों की जरूरत का सारा सामान एक छत के नीचे मिलता है। उनकी दवाइयां और वैक्सीन भी उपलब्ध हैं। यह कोलकाता समेत पूर्वी भारत में पालतू कुत्ते-बिल्लियों की जरुरत के सामान का सबसे पुराना और प्रमुख ब्रांड है।

1957 में हुई थी शुरुआत : ‘कोरोना’ के मैनेजर 28 साल के विक्रमजीत चट्टोपाध्याय ने बताया-‘1957 में सनत कुमार बसु रॉय नामक व्यक्ति ने न्यू मार्केट इलाके में ‘मेरठ स्पोर्ट्स’ नाम से एक स्पोर्ट्स गुड्स स्टोर की शुरुआत की थी।1960 में उनके पुत्र राम कृष्ण बसु रॉय ने स्टोर का नाम बदलकर ‘कोरोना’ रख दिया। उस समय कोरोना गोल्फ बैग का बड़ा ब्रांड था और इस स्टोर से देशभर में इसकी आपूर्ति की जाती थी। 1979 में रामकृष्ण बसु रॉय के निधन के बाद उनके बड़े बेटे उदय कृष्ण बसु रॉय ने स्टोर की जिम्मेदारी संभाली। उदय कृष्ण के कुछ समय के लिए विदेश चले जाने पर उनके छोटे भाई कुमार कृष्ण बसु रॉय ने स्टोर का दायित्व संभाला। कुमार कृष्ण के नेतृत्व में कारोबार की प्रकृति भी बदल गई। स्पोर्ट्स गुड्स स्टोर से यह पूरी तरह पेट स्टोर में तब्दील हो गया और धीरे-धीरे कोरोना ने ब्रांड का रूप ले लिया।

You might also like
Leave a comment