रिंग फिंगर पर कोरोना भी फिदा…लंबाई जितनी ज्यादा, संक्रमण का खतरा उतना ही कम

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नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि किसी पुरुष में कोरोना से मरने की कितनी संभावना है, इस बात का अंदाजा रिंग फिंगर की लंबाई को देखकर लगाया जा सकता है।वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना जिसे SARS-CoV-2 भी कहा जाता है, यह शरीर में प्रवेश करता है और रिसेप्टर्स के माध्यम से संक्रमण का कारण बनता है। अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि टेस्टोस्टेरोन से ACE-2 रिसेप्टर्स का उच्च स्तर फेफड़ों की क्षति से रक्षा कर सकते हैं, जो कोरोना वायरस का कारण बन सकता है और यह टेस्टोस्टेरोन गर्भ के दौरान भ्रूण को मिलता है, रिंग फिंगर की लंबाई से पता लगता है कि भ्रूण को गर्भ में कितना टेस्टोस्टेरोन मिला है। जितना अधिक टेस्टोस्टेरोन गर्भ में मिलता है रिंग फिंगर उतनी ही लंबी होती है। इसका मतलब हुआ कि यदि किसी पुरुष की अनामिका अंगुली यानि रिंग फिंगर लंबी है तो उसमें बाकी लोगों की अपेक्षा कोरोना से मरने का खतरा कम है या इसके हल्के लक्षण हो सकते हैं?

ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ने किया रिसर्च
ब्रिटेन के वेल्स में स्थित स्वानसी यूनिवर्सिटी ने इस पर रिसर्च किया गया है। इस रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों ने 41 देशों के मरीजों के डेटा पर अध्यन किया और पाया कि जिन देशों में पुरुषों की अनामिका अंगुली की लंबाई कम है वहां मृत्यु दर ज्यादा है।

इन देशों में देखा गया अंतर : ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स के अनुसार इंग्लैड और वेल्स में 1 लाख लोगों में कोरोना से मौत का आंकड़ा पुरुषों का 97.5 है और महिलाओं का 46.5 है। शोधकर्ताओं ने पाया कि मलेशिया, रूस और मैक्सिको में पुरुषों की रिंग फिंगर बड़ी होती है यहां कोरोना से फर्टिलिटी दर भी कम थी। इसकी अपेक्षा यूके, बुल्गारिया और स्पेन में पुरुषों की रिंग फिंगर छोटी होती है यहां फर्टिलिटी दर भी ज्यादा थी।

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