दिल्ली पर तीन तरफा मार …कोरोना की तीसरी लहर की आशंका, जहरीली होती हवा और सर्दी की चुभन से लोग बेजार
नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम – देश की राजधानी दिल्ली में रहने वाले लोग तिहरी दहशत में हैं। एक तरफ कोरोना का पलटवार तेज हो गया है, तो लगातार हवा इतनी जहरीली होती जा रही है कि सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है और अक्टूबर में ही कड़ाके ठंड। बात कोरोना कि करें तो दो दिनों से संक्रमण की रफ्तार रिकॉर्ड बना रहा है। गुरुवार को 5,739 नए कोरोना केस का रिकॉर्ड बना। इस आशंका को बल मिलने लगा है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि तीसरी लहर की पुष्टि के लिए एक सप्ताह तक कोरोना के ट्रेंड पर नजर रखनी होगी।
वहीं, प्रदूषण को लेकर रेड अलर्ट जैसी स्थिति पैदा हो गई है। शुक्रवार को पूरी दिल्ली में हवा जहरीली हो गई। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का आंकड़े डराने लगे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने बताया कि दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई लेवल 408, बवाना में 447, पटपड़गंज में 404 जबकि वजीपुर में 411 पर पहुंच गया। ये आंकड़े ‘अति गंभीर’ श्रेणी में आते हैं।
और रही तापमान की, तोइस साल 16 अक्टूबर के बाद से ही सुबह के तापमान में गिरावट आना शुरू हो गई है और यह 17.2 डिग्री से उपर नहीं गया है। राजस्थान के उपर एंटी-साइक्लोन परिस्थिति ने भी हवाओं को शुष्क और ठंडा करने का काम किया है। ला नीना के असर की वजह से इस बार सर्दियों का सीजन लंबा और ज्यादा सर्दी की संभावना है। गुरुवार को सुबह का तापमान महज 12.5 डिग्री दर्ज हुआ। अक्टूबर में अबतक सबसे कम न्यूनतम तापमान 31 अक्टूबर 1937 में दर्ज हुआ है। उस दिन सुबह का तापमान महज 9.4 डिग्री रहा था।