बिजनेस में डेटा ही भगवान : ब्रिजेश अग्रवाल 

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पुुुणे : पुलिसनामा ऑनलाइन –  आधुनिक युग में डेटा ही भगवान है। बाजार की जानकारियां लेना, उसे नोट करना व उसकी उचित समीक्षा करना भी सीखना चाहिए। यह अनूठी राय व्यक्त करते हुए इंडिया मार्ट के ब्रिजेश अग्रवाल ने कहा कि व्यावसायिक प्रगति करनी हो तो इस भगवान पर विश्वास रखना ही होगा।

पारंपरिक गलतफहमियों को भी दूर किया

पुणेवासियों को यह गुरुमंत्र देते हुए ब्रिजेश अग्रवाल ने सरल शब्दों व उदाहरणों के साथ व्यवसाय की शुरुआत से लेकर प्रगति तक के सफर के गुर सिखाए। करीब पौन घंटे के अपने भाषण में उन्होंने सभी व्यवसायों के लिए अलग फंडा, उत्तम मानव संसाधन, उन्हें पर्याप्त वेतन व निवेश खर्च को लेकर जानकारियां दीं व कुछ पारंपरिक गलतफहमियों को भी दूर किया।

व्याख्यान का भी आयोजन किया गया है

सकल जैन संघ द्वारा बिबवेवाड़ी स्थित वर्धमान भवन में जारी आचार्य डॉ। शिवमुनि म।सा। के चातुर्मास के अंतर्गत धार्मिक कार्यक्रमों के साथ विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज लोगों के व्याख्यान का भी आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत शुक्रवार को ब्रिजेश अग्रवाल ने व्याख्यान दिया। यह आयोजन जैन यूथ समिट द्वारा मोटीवेशनल स्पीच सीरीज के अंतर्गत शिवायार्य समवशरण स्थित स्व। सौ। कमलाबाई रसिकलाल धारीवाल धर्मसभा मंडप में किया गया। यह इस सीरीज के पांचवें सत्र का पहला व्याख्यान था।

डेटा पर विश्वास रखना जरूरी है

ब्रिजेश अग्रवाल  ने कहा, हम मुनष्य हैं, इसलिए हमारी कुछ मर्यादा होती है। इसलिए डेटा पर विश्वास रखना जरूरी है। समय बदल रहा है, मगर हम कब बदलेंगे? देश में 92% से ज्यादा कंपनियां सिर्फ 10 करोड़ के टर्नओवर तक सीमित हैं। उनका विस्तार तथा बड़े टर्नओवर कर सकने में सक्षम करने कम से कम एक हजार कंपनियों को शुरू करने का संकल्प लिया गया है, यह संतोषजनक बात है।

उन्होंने बताया कि वे उत्तर प्रदेश में संयुक्त परिवार में रहते थे। परिवार में 57 लोग शामिल थे। इसलिए सभी मिल कर कार्य करें व अपना काम खुद करें, यह सीख मुझे घर से ही मिली। 1996 में शुरू हुई कंपनी ङ्गइंडिया मार्टफ के 23 साल में करोड़ों के टर्नओवर तक पहुंचने के सफर की जानकारी देते हुए ब्रिजेश अग्रवाल ने कहा, ङ्ग1994 में घर में घटी एक घटना ने इंटरनेट की शक्ति से परिचित कराया। तब यह एक चमत्कार जैसा ही लगा था, मगर इसे ही भविष्य मानते हुए उसके माध्यम से मेहनत की व टिक सका।

व्यवसाय के सर्वाधिक महत्वपूर्ण मुद्दे कैश इज किंग के विषय में उन्होंने कहा, ङ्गव्यवसाय एकाउंटिंग एवं टैक्सेशन पर ही आधारित नहीं होता। यदि व्यवसाय होगा तो ये दोनों बातें रहेंगी ही, मगर व्यवसाय एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। इसलिए व्यवसाय के लिए किए जाने वाले निवेश को बुरा न माना जाए।

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