कोरोना का असर… प्रदेश के 5 जिलों में अदालती कामकाज अब 5 ही घंटे

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मुंबई. ऑनलाइन टीम : महाराष्ट्र में अमरावती, यवतमाल, बुलढाणा, अकोला और वाशिम जिले हाल ही में कोविड-19 के नए केन्द्र बनकर बनकर उभरे हैं। हालांकि नए स्ट्रेन की चर्चाओं के बीच दिल्ली एम्स के चीफ डॉ रणदीप गुलेरिया का कहना है कि महाराष्ट्र के अमरावती और अकोला में मिले नए स्ट्रेन से हर्ड इम्यूनिटी की संभावना झूठी है।  वायरस से लड़ने के लिए 80 फीसदी आबादी में ऐंटी बॉडी होना जरूरी है। नए स्ट्रेन तेजी से फैलते हैं और खतरनाक भी हैं। जिन लोगों को पहले कोविड हो चुका है, उन्हें भी ये दोबारा बीमार कर सकते हैं। ऐसे में गुलेरिया ने लोगों से कोरोना को लेकर जरूरी ऐहतियात बरतते रहने की अपील की है। उन्होंने लोगों से वैक्सीन लगवाने को भी कहा।

अदालत भी कोरोना को लेकर सतर्क है। बंबई उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार की ओर से मंगलवार को जारी नोटिस के अनुसार, प्रशासनिक न्यायाधीशों की समिति ने अमरावती, यवतमाल, बुलढाणा, अकोला और वाशिम जिलों में अदालतों के कामकाजी घंटे घटाकर दिन में पांच घंटे करने का बुधवार को फैसला किया।   इन जिलों में अदालतें दो पाली में काम करेंगी। प्रत्येक पाली में ढाई घंटे काम किया जाएगा। अदालतों में सुबह साढे 10 बजे से दोपहर एक बजे और फिर दोपहर डेढ बजे से शाम चार बजे तक काम किया जाएगा।   यह स्थिति अगले आदेश तक जारी रहेगी।

बता दें कि अमरावती मंडल के चार अन्य जिलों अकोला, वाशिम, बुलढाणा और यवतमाल में पाबंदियां लगाई गई हैं। यहां आवश्यक सामान की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें, सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। लोगों को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक ही सामान खरीदने की छूट होगी। अमरावती में भी 22 फरवरी से लॉकडाउन शुरू हो चुका है। यह 1 मार्च सुबह 8 बजे तक जारी रहेगा।

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