‘आपातकाल भारतीय इतिहास का ‘सबसे काला अध्याय’
नई दिल्ली : पुलिसनामा ऑनलाईन – आपातकाल के 44 साल पूरे होने के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं ने मंगलवार को 19 महीने लंबी आपातकाल की अवधि की आलोचना की और इसे भारत के इतिहास का ‘सबसे काला अध्याय’ बताया। आपातकाल की घोषणा तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने की थी। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने ट्विटर पर कहा, “महज सत्ता में बने रहने के लिए इस दिन कांग्रेस पार्टी ने लोकतंत्र की हत्या की थी।”
वर्ष 1975 में, आज के दिन निहित राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए तत्कालीन सरकार द्वारा की गयी आपातकाल की घोषणा, भारत के महान लोकतंत्र पर काला धब्बा है।
मैं नमन करता हूँ, उन सत्याग्रहियों को जिन्होंने मज़बूती से इस अंधकाल में लोकतंत्र की आग को जलाये रखा था। pic.twitter.com/W9F8Q27ikE— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 25, 2019
उन्होंने कहा, “भारतीय जनृसंघ और आरएसएस के हजारों अनसुने नायकों को एक कृतज्ञ राष्ट्र याद कर रहा है, जिन्होंने आपातकाल विरोधी आंदोलन का नेतृत्व किया।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘आपातकाल के दौरान नागरिकों के मौलिक अधिकारों के खत्म होने और समाचार पत्रों को बंद करने’ को याद किया।
उन्होंने ट्वीट किया, “आपातकाल के खिलाफ लाखों राष्ट्रवादियों को देश में लोकतंत्र की स्थापना के लिए कष्ट उठाना पड़ा। मैं उन सभी योद्धाओं को उनके बलिदान के लिए सलाम करता हूं।”
1975 में आज ही के दिन मात्र अपने राजनीतिक हितों के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या की गयी। देशवासियों से उनके मूलभूत अधिकार छीन लिए गए, अखबारों पर ताले लगा दिए गए। लाखों राष्ट्रभक्तों ने लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने के लिए अनेकों यातनाएं सहीं।
मैं उन सभी सेनानियों को नमन करता हूं। pic.twitter.com/XzRc4vEdJS
— Amit Shah (@AmitShah) June 25, 2019
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आपातकाल व इसके बाद की घटनाओं को भारतीय इतिहास का ‘सबसे काला अध्याय’ बताया।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “इस दिन हम भारत के लोगों को अपने संस्थानों व संविधान की अखंडता को कायम रखने के महत्व को याद रखना चाहिए।”
The declaration of Emergency on June 25, 1975 and the incidents that followed, mark as one of the darkest chapters in India’s history.
On this day, we the people of India should always remember the importance of upholding the integrity our institutions and the Constitution.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 25, 2019