श्रमिकों की कमी को पूरा करने में मददगार साबित हो रहा रोजगार मेला

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पुणे : पोलिसनामा ऑनलाइन – लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके ग्रामगृह भेजने के फैसले के बाद पुणे समेत पूरे राज्य से बड़े पैमाने पर प्रवासी श्रमिकों को उनके ग्रामगृह भेजा जा रहा है। इससे उद्योगों को मनुष्य बल की कमी महसूस हो रही है। हालांकि अहमदनगर और सोलापुर के कुछ ग्रामीण इलाकों में ‘‘ऑनलाइन रोजगार मेले’’ के आयोजन से पुणे के नियोक्ताओं को नौकरी की तलाश कर रहे लोगों से संपर्क करने में आसानी हो रही है।

कोविड-19 के कारण देश भर में जारी लॉकडाउन को देखते हुए राज्य से बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों के चले जाने के कारण उद्योगों को श्रम बल की कमी का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक रोहित पवार के विधानसभा क्षेत्र अहमदनगर जिले के कर्जत जामखेड़ और सोलापुर जिले के बारशी में ऑनलाइन रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। पुणे स्थित नौकरी की वेबसाइट ‘जॉब शोकेस’ के संस्थापक और इस पहल की शुरुआत करने वाले श्रीराम सतपुते ने कहा, ‘‘हालांकि राज्य सरकार ने एमआईडीसी इलाके में उद्योगों को अनुमति दी है लेकिन कंपनियों को श्रमिकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि प्रवासी श्रमिक राज्य से जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि स्थानीय युवकों के लिए यह सुनहरा अवसर है क्योंकि निर्माण, रिटेल, बैंकिंग, वित्त, कृषि, ई-कॉमर्स और कई अन्य क्षेत्रों में कई नौकरियां हैं। सतपुते ने बताया कि बहरहाल, नौकरी चाहने वाले वर्तमान स्वास्थ्य संकट और लॉकडाउन के चलते साक्षात्कार देने के लिए शहरों तक नहीं आ सकते हैं, इसलिए ‘‘ऑनलाइन रोजगार मेला’’ समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इलाके में नौकरी की तलाश करने वालों के बीच गूगल फॉर्म भेजे गए और उनकी योग्यता, कौशल और कार्य अनुभव के आधार पर आंकड़ों को छांटा गया और संबंधित कंपनियों को भेज दिया गया। सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए प्रति दिन ऑनलाइन साक्षात्कार के लिए किसी स्थान पर केवल 50 उम्मीदवारों को बुलाया गया। कर्जत-जामखेड़ में पिछले चार-पांच दिनों में छह-सात कंपनियों ने नौकरी की तलाश करने वाले कम से कम सौ उम्मीदवारों का चयन किया।’’ उन्होंने कहा कि बारशी में रोजगार मेला मंगलवार से शुरू हुआ और दो दिनों में 26 उम्मीदवारों में से 14 लोगों को नौकरी की पेशकश की गई।

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