पाकिस्तान के बालाकोट में कैसे सर्जिकल स्ट्राइक को दिया गया अंजाम? पहली बार दो पायलेट ने बताई पूरी कहानी 

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नई दिल्ली : पुलिसनामा ऑनलाईन – इस साल देश में जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा हुई वह थी भारत दवारा पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक। इस स्ट्राइक के करीब 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे । इस हमले से पहले किसी को कानो कान खबर नहीं लगने दी गई थी । इस मिशन के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा सेना के कुछ अधिकारियो को ही जानकारी थी । एक न्यूज़ चैनल ने इस एयर स्ट्राइक को अंजाम देने वाली टीम में शामिल दो पायलटों से बात की है । जानते है एयर स्ट्राइक की पूरी कहानी। 26 फरवरी की सुबह 2 से 4 बजे के इस हमले को अंजाम दिया गया था।  मिराज ने इस सर्जिकल स्ट्राइक के लिए उड़न भरी थी । टारगेट में था पाकिस्तान के बालाकोट का जैश का आतंकी अड्डा। इस स्ट्राइक की तैयारी हमले से कुछ दिन पहले से चल रही थी ।
मिशन पर जाने वाले पायलटों को भी नहीं थी जानकारी 
जिस दिन स्ट्राइक होनी थी उस दिन किसी को मालूम नहीं था वह किस मिशन पर जाने वाले है । उससे एक दिन पहले शाम चार बजे एयरक्राफ्ट मैंटेनेंस टीम को यह बताया गया था कि कौन कौन से बम और मिसाइल लगाए जाने है । स्पाइस 2000 और क्रिस्टल मेज बमों को अलग अलग जेट में लगाया गया था ।
पायलटों ने परिवार को नहीं बताया 
इस मिशन के लिए 12 पायलटों को चुना गया था. इस मिशन के लिए पायलट खास उत्साहित थे । पायलट अपने परिवार से सामान्य बातचीत कर रहे थे । भनक तक नहीं लगने दी कि वह खास मिशन पर जाने वाले है । इस मिशन की कामयाबी इसकी गोपनीयता थी ।
बम गिराकर तुरंत लौटना था
पायलटों ने बातचित में यह नहीं बताया कि वे एलओसी के पार कितने अंदर तक गए थे । लेकिन उन्होंने यह बताया कि उन्होंने तय किये गए रूट से टारगेट को निशाना बनाया। 6 मिराज जिन्हे बम गिरना था उनके लिए निर्देश था कि बम गिराकर तुरंत वापस लौटना है ।
60 से 90 सेकेंड में वापस लौटे थे
एक पायलट ने बातचीत में बताया कि उन्होंने बम गिराकर 60 से 90 सेकेंड के अंदर लौट गए । इस काम में मिराज के दूसरे अन्य 6 विमान भी लगातार सपोर्ट दे रहे थे ।
हमले के दो दिन बात तक सोते रहे पायलट 
पायलटों ने बताया कि हमले के दो दिन बात तक वह सोते रहे. उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग और एक्शन से वह काफी थक गए थे । बाद में परिवार वाले  फ़ोन कर व्हाट्सअप कर न्यूज़ चैनल में चल रही खबरों को लेकर बात करने की कोशिश करने लगे । लेकिन बात कर रहे दोनों पाइलट ने बताया कि उन्होंने अपना फ़ोन बंद कर रखा था । इन पायलटों ने स्ट्राइक के पहले और बाद में कोई छुट्टी नहीं ली ।
कहां गिराना था बम पहले से तय था 
एक पायलट ने बताया कि बम पहले से ही पूरी तरह से प्रोग्राम किया हुआ था. जो टारगेट सेट किया गया था वो जीपीएस से कनेक्ट था । भारतीय सेना ने 5 स्पाइस बम को बालाकोट में लॉन्च किया था ।
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