पहली बार इतने दिन से खामोश है मोहब्बत की बोलती निशानी

आगरा : समाचार ऑनलाइन – इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब मोहब्बत की निशानी कहा जाने वाला ताजमहल इतने लम्बे वक्त से बंद पड़ा है। जहां आम दिनों में ताज के दीदार के लिए लाखों लोग आया करते थे, वहां आज यहां बिल्कुल सन्नाटा पसरा दिखाई दे रहा है। अभी पर्यटकों को ताजमहल के दीदार के लिए काफी लम्बे वक्त तक इंतजार करना पड़ सकता है।

दरअसल, चीन से फैले कोरोना वायरस के चलते आज पूरी दुनिया मे रोजाना सैंकड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। कई देशों में लॉकाडाउन है लोग अपने घरों में रहने पर मजबूर हैं। ऐसे में कई पर्यटन स्थल हैं जो लम्बे समय से बंद पड़े हैं। इसी कड़ी में आगरा का सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल ताज महल भी मार्च महीने से बंद पड़ा है। आमतौर पर एक दिन में ताज का दीदार करने लगभग 25-30 हजार लोग आते हैं। अवसर विशेष पर संख्या 40-50 हजार पहुंच जाती है। एक आकलन के अनुसार, एक साल में 70-80 लाख सैलानी ताजमहल घूमने आते हैं, जिनमें लगभग आठ लाख विदेशी होते हैं। बीते 49 वर्षों में यह तीसरा मौका है जब ताजमहल बंद किया गया है। इससे पहले 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान ताजमहल करीब 15 दिन बंद रहा था, 1978 की बाढ़ के दौरान ताजमहल 7 दिन बंद रहा था।