विशाखापट्टनम में गैस लीक का सामने आया भयावह मंजर, सड़क पर ही गिरने लगे लोग, 5 की मौत, कई गांव कराए गए खाली

विशाखापट्टनम : समाचार ऑनलाइन – आंध्र प्रदेश स्थित विशाखापट्टनम में के आरएस वेंकटपुरम में एलजी पॉलिमर उद्योग में एक फार्मा कंपनी में रासायनिक गैस लीकेज का मामला सामने आया है। सूचना मिलने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। यह घटना आज सुबह की है। जानकारी के मुताबिक घटना में एक बच्चे सहित 5 लोगों की मौत हो गई है। कई लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत आ रही है जिसके बाद लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है।

पुलिस, फायर टेंडर, एंबुलेंस मौके पर पहुंची है। इस जहरीली गैस के कारण फैक्ट्री के तीन किलोमीटर के इलाके प्रभावित हैं। फिलहाल, पांच गांव खाली करा लिए गए। सैकड़ों लोग सिर दर्द, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। हालांकि, गैस लीकेज के असली कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। जिन लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जा रहा है।

दर्ज़ की गयी एफआईआर –
विशाखापट्टनम के सीपी आरके मीणा ने कहा, गैस लीकेज को निष्प्रभावी कर दिया गया है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। अधिकतम प्रभाव लगभग 1-1.5 किमी तक है। लेकिन इसकी गंध दो से ढाई किमी तक जा रही थी। 100 से 120 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना में कुल 3 व्यक्तियों की मौत हुई है। एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई है। मीणा ने बताया कि यह एक styrene गैस लीक था। हमने गांव खाली कर दिया है। अब हम डोर-टू-डोर जाकर पीड़ित लोगों को खोज रहे हैं।

बताया जा रहा है कि सरकारी अस्पताल में 150-170 लोग भर्ती कराए गए हैं. इसके अलावा कई लोगों को गोपालपुरम के प्राइवेट अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है. 1500-2000 बेड की व्यवस्था कर ली गई है। पुलिस अधिकारी लोगों से घर से बाहर निकलने की अपील कर रहे हैं और सुरक्षित जगह जाने को कह रहे हैं। साथ ही लोगों से प्रभावित इलाकों में न जाने की अपील भी की जा रही है। एक अख़बार में छपी खबर के मुताबिक, हिंदुस्तान पॉलिमर कंपनी की स्थापना 1961 में हुई थी। लेकिन 1997 में कंपनी को साउथ कोरिया के एलजी केमिकल ने खरीद लिया था और इसे एलजी पॉलिमर नाम दिया गया था। प्लांट में प्लास्टिक बनाने का काम होता है।