अगर धोनी फिर से बलिदान ग्लव्स पहनते है तो आईसीसी के पास क्या विकल्प बचता है ? 

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 नई दिल्ली : पोलीसनामा ऑनलाईन – क्रिकेट वर्ल्ड कप हर बार किसे नए कारनामे के कारण चर्चा में रहता है । इस बार इस चर्चा के केंद्र में भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी है, बलिदान चिन्ह को लेकर उठे विवाद के बीच आईसीसी ने धोनी को सेना के निशान वाले ग्लव्स पहनने की इजाजत देने से इंकार कर दिया है । इसीसी ने बयान जारी कर कहा है कि धोनी ने विवादित ग्लव्स पहनकर दो नियम तोड़े है । इसीसी इवेंट के नियम किसी निजी सन्देश या लोगो को किसी भी कपड़े पर दिखाने की अनुमति नहीं देता है । यह विकेट कीपर्स को लेकर जारी नियमो को भी तोड़ता है । अब सवाल है अगर धोनी इसीसी के नियमों को मानने से इंकार कर दे तो क्या होगा?
बार गलती ओर फटकार लगाई जाती है
आईसीसी के नियमो के मुताबिक पहली बार गलती ओर फटकार लगाई जाती है । इसके बाद भी अगर नियम तोडा जाता है तो जुर्माना लगाया जाता है । धोनी को अभी तक फटकार नहीं लगी है । लेकिन आईसीसी के बयान के बाद ये साफ हो गया है कि या तो धोनी को अपने ग्लव्स बदलने पड़ेंगे या लोगो के ऊपर टेप लगानी होगी।
रविवार को ऑस्ट्रेलिया से मैच 

रविवार को ऑस्ट्रेलिया के साथ होने वाले मैच में धोनी वही ग्लव्स पहनते है तो आईसीसी फटकार लगा सकती है । जुर्माना भी लगा सकती है । इसके बाद भी धोनी ये गलती दोहराते है तो उनके मैच फीस का 25 % रकम काट ली जाएगी। तीसरी बार गलती पर 50% मैच फीस कटी जाएगी और चौथी बार गलती पर 75% मैच फीस कटी जाएगी।

धोनी ने बलिदान चिन्ह वाला ग्लव्स दक्षिण अफ्रीका के साथ हुए मैच में पहनी थी । धोनी को पैरा स्पेशल फ़ोर्स में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि मिली हुई थी ।   धोनी क जो बलिदान चिन्ह था इसे सिर्फ पैरा मिलिट्री कमांडो को ही धारण करने का अधिकार है ।
क्या होता है है बलिदान बैज का मतलब 
यह पैरा स्पेशल फोर्सेज का सबसे बड़ा सम्मान है ।  इस निशान का हर कोई इस्तेमान नहीं कर सकता है । यह निशान पैरा कमांडो ही लगाते है । धोनी ने अगस्त 2015 में आगरा में पांच बार छलांग लगाकर बलिदान बैज को पहनने की योग्यता हाशिल की थी । इसके बाद जब भी कमांडो वर्दी में होते है तो उनकी कैप पर चांदी से बना बलिदान का निशान होता है ।
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