‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के डर से चैन से सो तक नहीं पा रहे इमरान खान, दुनिया भर से मांग रहे मदद
इस्लामाबाद : समाचार ऑनलाइन – भारत ने जब से पीओके के मौसम का हाल बताना शुरू किया है पाकिस्तान पीएम इमरान खान की नींद उड़ गयी है। इमरान खान को भारत द्वारा ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ या ‘एयर स्ट्राइक’ का डर सता रहा है। जिसके बाद से पकिस्तान से पूरी दुनिया से मदद मांगने में जुटा हुआ है। पाकिस्तान भी कोरोना संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित है लेकिन इमरान खान अपना समय भारत विरोधी प्रॉपेगैंड फैलाने में लगा रहे हैं।
Modi's RSS-inspired doctrine on IOJK very clear: First, deprive Kashmiris of their right of self determination by illegal annexation of an Occupied territory. Second, treat them as less than human by a three-pronged approach: one, trying to crush them with brute force incl using
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) May 17, 2020
इमरान ने रविवार को भारत पर आरोप लगाया कि वह इस्लामाबाद के कश्मीर में आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगाकर उनके देश के खिलाफ ‘छद्म अभियान चलाने’ का अवसर बनाने का प्रयास कर रहा है। इरामान ने एक बार फिर ट्विटर पर आरोप लगाया कि भारत सरकार कश्मीरियों को मिले आत्म-निर्णय के अधिकार से उन्हें महरूम रखना चाहती है। खान ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर आरोप लगाया कि भारत ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव से कश्मीरियों को मिले आत्म-निर्णय के अधिकार के लिये संघर्ष को पाकिस्तान के समर्थन वाले आतंकवाद के रूप में दिखाने की कोशिश कर रहा है ताकि उसे पाकिस्तान के खिलाफ छद्म अभियान चलाने का मौका मिले और दुनिया का ध्यान कश्मीर से भटकाया जा सके।’
inhumane weapons like pellet guns against women & children; two, imposing an inhumane lockdown depriving Kashmiris of basic necessities from food to medicines; & three, by mass arrests of Kashmiris esp youth & isolating IOJK from the world by cutting off all communication links.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) May 17, 2020
हालांकि भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के उस बयान को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि कश्मीर में ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ नाम के नए ‘आतंकी संगठन’ को वह समर्थन दे रहा है। जनरल नरवणे ने पिछले हफ्ते कहा था, ‘मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि भारत संघर्ष विराम उल्लंघन की हर हरकत और आतंकवाद को उसके (पाकिस्तान के) समर्थन का उचित जवाब देगा. क्षेत्र में शांति लाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है।’