India-China : भारत के आगे कमजोर पड़ा चीन, 2.5 किमी पीछे हटा चीन
लद्दाख : समाचार ऑनलाइन – भारत चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के बीच चीनी सैनिक भारत के गलवान क्षेत्र से दो से ढाई किलोमीटर पीछे चले गए हैं। बता दें इस गतिरोध को लेकर दोनों देशों की बात जारी है और इसे लेकर इसी हफ्ते सैन्य स्तर की बैठक होने जारी है। बता दें दोनों देशों के बीच पिछले एक माह से भी ज्यादा समय से तनातनी कायम है। जिसे लेकर कई दौर की वार्ताएं भी हो चुकी हैं और अभी भी जारी हैं ऐसे में पूर्वी लद्दाख के कई मोर्चों पर भारतीय और चीनी सेनाएं अलग-अलग हो गई हैं।
जानकारी के मुताबिक, भारत ने अपने सैनिकों को कुछ पीछे हटाया है। इससे पहले चार जून को भी ऐसी रिपोर्ट आई थी कि चीनी सेना दो किलोमीटर पीछे हट गई है। चीन ने उक्त कदम छह जून को लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बैठक से पहले उठाए थे। अभी कल ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि मौजूदा वक्त में देश का नेतृत्व मजबूत हाथों में है और देश के आत्मसम्मान पर आंच नहीं आने दी जाएगी। रक्षा मंत्री ने यह भी कहा था कि भारत और चीन मौजूदा गतिरोध को सुलझाने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत कर रहे हैं जिसके नतीजे सकारात्मक रहे हैं। वहीं चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा था कि दोनों पक्ष राजी हुए हैं कि उनको अपने शीर्ष नेताओं के बीच बनी सहमति को लागू करने की जरूरत है ताकि गतिरोत को विवाद में बदलने से रोका जा सके।
India and China disengage at multiple points in Eastern Ladakh. Troops and infantry combat vehicles moved back by 2.5 km by People’s Liberation Army in Galwan area, Patrolling Point 15 and Hot Springs area. India has also moved some of its troops back: Top Govt Sources to ANI pic.twitter.com/2wIrBm67HD
— ANI (@ANI) June 9, 2020
चीन की सेना ने अपनी टुकड़ियों को पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी, पीपी-15 और हॉट स्प्रिंग्स इलाके से दो से ढाई किलोमीटर पीछे कर लिया है। सूत्रों ने बताया है कि इस क्षेत्र में बटालियन कमांडर लेवेल की बातचीत होगी और वह हॉटलाइन के जरिए अपने समकक्षों से बात करेंगे। इस क्षेत्र में शुरुआती स्तर की बातचीत हुई है, चीन की गतिविधियां भी पूर्वी लद्दाख के इसी क्षेत्र से शुरू हुई थीं। बता दें कि चुशूल सेक्टर के सामने चीन के मोल्डो सैन्य बेस में हुई उक्त बैठक में भारत का नेतृत्व लेह स्थित सेना की 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने किया। उनके साथ दो ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारी भी शामिल थे।