मैं हूं विकास दुबे…महाकाल के दरबार में चिल्लाया हिस्ट्रीशीटर, पुलिस ने किया गिरफ्तार

उज्जैन. ऑनलाइन टीम – कानपुर एनकाउंटर में आठ पुलिस कर्मियों की मौत के जिम्मेदार कुख्यात विकास दुबे को एमपी पुलिस ने उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया है। मंदिर प्रांगण में पहुंचे एक शख्स ने मंदिर के अंदर घुसने के बाद चिल्ला चिल्लाकर खुद को विकास दुबे बताया, तो वहां हड़कंप मच गया। मंदिर के गेट पर खड़े गार्ड ने फौरन पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद उसे हिरासत में लिया गया है।

गिरफ्तारी की पुष्टि : मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की। शिवराज चौहान ने कहा कि उनकी सरकार किसी भी अपराधी को नहीं बख्शेगी। इसी बीच यूपी पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश के रवाना हो गई है।

8 पुलिसकर्मियों की हत्या : यूपी के कानपुर में बीते गुरुवार की रात गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुंडों ने पुलिस टीम को घेरकर डीएसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। जबकि हमले में सात पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। यह राज्य में पहली बार पुलिस को किसी मुठभेड़ में हुआ इतना बड़ा नुकसान था।

अपराधी बख्शा नहीं जाएगा : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुबे की गिरफ्तारी को लेकर कहा, ‘जिनको लगता है कि महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धुल जाएंगे, उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं। हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख्शने वाली नहीं है।’

इन हत्याओं का है आरोपी :
-हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे वर्ष 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है।
-वर्ष 2000 में कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कॉलेज के सहायक प्रबंधक सिद्धेश्वर पांडेय की हत्या में भी विकास दुबे का नाम आया था।

-कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र में ही वर्ष 2000 में रामबाबू यादव की हत्या के मामले में विकास दुबे पर जेल के भीतर रहकर साजिश रचने का आरोप है।
-वर्ष 2004 में केबिल व्यवसायी दिनेश दुबे की हत्या के मामले में भी विकास आरोपी है।
-2001 में कानपुर देहात के शिवली थाने के अंदर घुस कर इंस्पेक्टर रूम में बैठे तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चैयरमेन, राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ल को गोलियों से भून दिया था।