Kothrud Assembly Constituency | कोथरूड में अमोल बालवडकर का जोरदार शक्ति प्रदर्शन ! सार्वजनिक सम्मेलन में चंद्रकांत पाटिल के खिलाफ बालवडकर ने भरी हुंकार
नागरिकों को बनाया मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री; मंच पर सम्मान पाकर नागरिक अभिभूत हुए
कोथरूड : Kothrud Assembly Constituency | जिनके लिए तन मन धन लगाकर काम किया. पांच वर्ष जिनके आगे पीछे रहा. जिनके लिए दिन रात काम किया. लेकिन ऐसे नेता को जब किसी कार्यकर्ता के विधायकी का चुनाव लड़ने के इच्छुक होने का पता चलता है तो वही नेता हमें धमकी देते है. टिकट आपको ही मिलेगा. कोई एक कार्यकर्ता इच्छुक है. इतना तो रहने दे. इतना कहने का दिल बड़ा रखने वाले नेता नहीं होने पर जनता जनार्दन का आशीर्वाद साथ होने पर किस तरह का डर मन में रखना है. यह कहते हुए पूर्व नगरसेवक अमोल बालवडकर (Amol Balwadkar) ने उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) के खिलाफ कोथरूड में हुंकार भरी है. 40 हजार से अधिक नागरिकों की उपस्थिति में सम्मेलन में जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया गया.
कोथरूड विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के नागरिकों के लिए रविवार 6 अक्टूबर को जन आशीर्वाद सम्मेलन और दिवाली सरंजाम वितरण कार्यक्रम किया गया. बालेवाडी के हाई स्ट्रीट मैदान पर संपन्न हुए इस कार्यक्रम में करीब 40 हजार से अधिक नागरिकों के बीच दिवाली के उपलक्ष्य में सरंजाम वितरित किए गए.
इस सार्वजनिक सम्मेलन में बालवडकर ने कहा कि हाल ही में लोकसभा चुनाव सम्पन्न हुआ है. इस लोकसभा चुनाव में मैं पार्टी का काम करने के लिए नागरिकों के बीच जाता था. इस दौरान नागरिकों ने मुझसे एक मांग की कि अब आपको आगे जाना चाहिए. जैसे जैसे मैं नागरिकों से संवाद करता जा रहा था. वैसे वैसे नागरिक मुझसे यही मांग कर रहे थे. नागरिकों की कई समस्याएं है. नागरिकों को लगता है कि उनकी समस्याओं का मैं समाधान कर सकता हूं. ऐसे में उनके द्वारा इस तरह की उम्मीद करना स्वाभाविक था. आगे कार्यकर्ताओं की तरफ से भी यही मांग होने लगी कि अब हमें आगे जाना चाहिए. पिछले दस वर्षों से मैं पार्टी का काम करता आ रहा हूं. पार्टी की पॉलिसी, योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए जान लगा दी. यह पार्टी को भी मालूम है. जब तक मैं नेताओं का काम करता रहा. उनके आगे पीछे करता रहा. तब तक मुझे लेकर उनके मन में कोई खटास नहीं थी. लेकिन जब नागरिकों ने मांग की, कार्यकर्ता रेट बढ़ाने लगे. ऐसे समय में नागरिकों की बात सुनते हुए मैंने विधानसभा चुनाव के लिए इच्छा व्यक्त की. जैसे ही मैं इच्छुक हुआ. वैसे ही मुझे लेकर उनकी चिंता बढ़ गई. नेता मेरे कार्यक्रम में आने से बचते रहें. कार्यकर्ता मेरे कार्यक्रम में मौजूद न रहे इस तरह की धमकियां दी जाने लगी. इससे भी आगे जाकर मुझे पार्टी से निकालने की धमकी दी गई. पार्टी को मुझ पर विश्वास है. लेकिन अगर नेताओं को अपने स्वार्थ का एहसास है तो क्या पार्टी कार्यकर्ताओं के स्वार्थी होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
बालवडकर ने आगे कहा कि आज के कार्यक्रम से मैं पार्टी को सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि अभी भी वक्त गया नहीं है. पार्टी मुझ पर विचार करे. मैं आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कोथरूड निर्वाचन क्षेत्र से इच्छुक हूं. पार्टी ने अगर मुझे उम्मीदवारी नहीं दी तो मुझे इस जनता के लिए दूसरा विचार करना होगा.
जनता जनार्दन मेरे साथ; मुझे किसका डर
अमोल बालवडकर ने कहा कि पांच छह महीने पहले तक मेरे मन में नहीं था कि मुझे विधायकी के चुनाव का सामना करना है. लेकिन जनता ने मेरे मन में यह बीज बो दिया है. जनता का साथ मुझे मिल रहा है. जनता जनार्दन मेरे साथ है तो मुझे किसी की धमकी से घबराने की जरुरत नहीं है. मुझे इससे कोई फर्क भी नहीं पड़ता है. जनता मेरे साथ है. इसलिए मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है.
बालवडकर के शक्ति प्रदर्शन की चर्चा
कार्यक्रम में किसी के नहीं आने की वजह से अमोल बालवडकर ने चीफ गेस्ट के तौर पर निर्वाचन क्षेत्र के घरकाम करने वाले, वडा पाव बेचने वाले, कामगार, मेहनतकश और महिला और सीनियर सिटीजन को स्टेज पर बुलाकर उन्हें सम्मानित किया. इस मौके पर बालवडकर ने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र के नागरिक ही मेरे मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री है. बालवडकर के इस सम्मेलन में जमा हुई भीड़ और नागरिकों से सम्मेलन को मिले शानदार रिस्पांस की जमकर चर्चा कोथरूड परिसर में हो रही है.