Kothrud Assembly Constituency | कोथरुड विधानसभा : वर्ष के 365 दिन जनता के सुख-दुःख में शामिल रहने वाले व्यक्ति यानी अमोल बालवडकर (Videos)
पुणे : Kothrud Assembly Constituency | विधानसभा चुनाव की हलचल शुरू हो गई है. विधानसभा चुनाव के लिए इच्छुक उम्मीदवार अपनी पार्टी और जनता के सामने जाकर अपनी बातें रख रहे है. इसके लिए अलग अलग उपक्रम किए जा रहे है. कोथरुड विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर अमोल बालवडकर (Amol Balwadkar) ने खुद के इच्छुक होने की घोषणा की है. इसे लेकर अमोल बालवकडकर क्या कहते है, उनका रुख क्या है, यह उनके शब्दों में पढ़े. (Maharashtra Assembly Election 2024)
अमोल बालवडकर ने कहा कि, सावन का मंगल महीना चल रहा है. इसलिए अपने अमोल बालवडकर फाउंडेशन की ओर से हर वर्ष की तरह इस बार भी विभिन्न सांस्कृतिक उपक्रम किए जा रहे है. मंगलागौरी कार्यक्रम हो, रक्षा बंधन हो या नाट्य महोत्सव हो, इनमें से प्रत्येक उपक्रम में हजारों मां बहनें शामिल हुई. तीन दिन चले इस नाट्य महोत्सव में कोथरुड के श्रोताओं की अभूतपूर्व भीड़ रही. राज्य सरकार की लाडली बहन योजना के तहत घर घर जाकर नाम दर्ज किए गए. मुझे यह कहने में खुशी हो रही है कि कोथरुड निर्वाचन क्षेत्र में हमारी १० हजार से अधिक मां बहनों ने आवेदन किया है. दर दर जाकर उनके घर तक जाकर आवेदन भराया है. उन्हें राज्य सरकार से डेढ़ हजार रुपए की मदद शुरू हो गई है.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दही हांडी का समारोह २७ अगस्त को उत्साह के साथ मनाया जाएगा. इसका निमंत्रण मैं अभी आप सभी को देता हूं. अमोल बालवडकर फाउंडेशन के सभी कार्यक्रम हम सभी लोग उत्साह से सफलतापूर्वक करेंगे. मुझ पर जो प्रेम की बारिश होती है उसके लिए मैं दिल से सभी का ऋणी हूं. आपका आशीर्वाद इसी तरह साथ रहने दे. अमोल बालवडकर फाउंडेशन के कार्यक्रम में हजारों की भीड़ देखकर पुणे की अलग ही चर्चा होने लगी है. इसलिए मैं आप सबके सामने वीडियो के जरिए आया हूं.
मुझे इस बात कि खुशी है जो सांस्कृतिक उपक्रम, जनहित के कार्यक्रम पिछले १० वर्ष में मैंने बाणेर, बालेवाडी, पाषाण, कोथरुड, सुतारवाडी, महालुंगे, सुस जैसे परिसर में किया है. इसे मीडिया में काफी कवरेज मिला हैं. उन सभी पत्रकारों के प्रति मैं आभार जताता हूं. लेकिन एक बात नम्रता से कहता हूं कि यह चुनाव का वर्ष हो या नहीं हो. अमोल बालवडकर हमेशा लोगों के बीच रहने वाला व्यक्ति है. पांच वर्ष में एक बार आने वाले चुनाव को ध्यान में रखकर काम करने की मेरी कभी प्रवृति नहीं रही है. अमोल बालवडकर फाउंडेशन का जो काम वर्षभर शुरू रहता है, जनता की सेवा के लिए वहां पर अमोल बालवडकर हमेशा मौजूद रहते है.
ट्रैफिक जाम से नागरिकों को बाहर निकालने के लिए अमोल बालवडकर ही सड़क पर उतरते है. अमोल बालवडकर के वॉर्डन उन चौक में जगह जगह खड़े रहते है. अमोल बालवडकर ही ट्रैफिक के मुद्दा के समाधान के लिए उन जगहों पर प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करते है. नागरिकों को उनके अधिकार का पानी घर पर मिले इसके लिए अमोल बालवडकर ने चांदणी चौक के टंकी पर १५ -१५ दिन मध्य रात्रि में दो दो – तीन तीन बजे तक खड़े रहे है. अतिवृष्टि का पानी सोसायटियों में न घुसे या घुसे हुए पानी को निकालने के लिए अमोल बालवडकर व उनकी टीम, २५ लोगों को लेकर जेसीबी, पानी के टैंकर, जनरेटर, पानी की पंप लेकर जाने वाले अमोल बालवडकर ही होते है. अब आप सभी को जानकारी है कि शहर में हर तरफ डेंगू, चिकनगुनिया का संक्रमण फैला है. प्रत्येक घर में एक न एक डेंगू के पेसेंट नजर आ रहे है. लेकिन आपको महानगरपालिका कही नजर नहीं आएगी. लेकिन अमोल बालवडकर व उनकी टीम क्लोड लिक्विड फॉग की फव्वारणी करते जरुर नजर आएंगे. अब तक सैकड़ों सोसायटी, बस्ती भाग में क्लोड लिक्विड फॉग की फव्वारणी हुई है.
सांस्कृतिक उपक्रम, जनहित के कार्यक्रम को आने वाले चुनाव से जोड़ने की कोई वजह नहीं है. अमोल बालवडकर वर्ष में 3६५ दिन जनता के सुख दु:ख में शामिल रहते है. मुझे पता है कि २०२४ के विधानसभा चुनाव करीब है. मैं भाजपा का एक निष्ठावान कार्यकर्ता हूं. महापालिका में नगरसेवक, शहर सुधार समिति के अध्यक्ष के तौर पर मैंने काफी अच्छा काम किया है.
इसे देखते हुए मेरे फाउंडेशन के कार्य का संबंध चुनाव से जोड़ा जा सकता है., यह मैं समझ सकता हूं. अमोल बालवडकर कोथरुड विधानसभा चुनाव लड़ेंगे क्या? इस तरह की चर्चा शुरू हो गई है. अमोल बालवडकर विद्रोह करेंगे? इस तरह की सुगबुगाहट की मुहिम चलाई जा रही है.
हजारों कोथरुडकर मुझे अभी से कह रहे है अमोल भैया, इस बार हम तय करेंगे, आप विधानसभा चुनाव में खड़े रहे,हमारा वोट आपको है. हमारी सोसायटी का वोट आपको है.
लेकिन मैं यहां नम्रता के साथ कहना चाहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी का मैं कार्यकर्ता हूं. राष्ट्र प्रथम, भगवा ध्वज को गुरु मानने वाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारों पर चलने वाला एक कार्यकर्ता हूं. मेरी पार्टी की परंपरा ऐसी है कि जहां पृष्टभूमि, जाति, धर्म आर्थिक स्थिति, परिवारवाद को महत्व नहीं दिया जाता है.
इसलिए बचपन में रेल्वे स्टेशन पर चाय बेचने वाला एक लड़का आगे चलकर देश का प्रधानमंत्री बनता है. बेहद गरीब परिवार के आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बन सकी. आदरणीय देवेंद्र फडणवीस से लेकर विनोद जी तावडे तक आदरणीय नितिन गडकरी से लेकर रावसाहेब दानवे पाटिल तक के सैकड़ों नेताओं को युवावस्था में मौका देने वाली मेरी पार्टी है. युवा नेतृत्व पर विश्वास रखने वाली मेरी पार्टी है. यहां काम की कीमत है. यहां आपकी राष्ट्रीय विचारधारा का महत्व है.
राजनीति के क्षेत्र में काम करते वक्त महत्वाकांक्षा रखना गलत नहीं होता. मुझे मालूम है कि कल विधानसभा की भागदौड़ शुरू हो जाएगी. उस वक्त मुझे वरिष्ठों के सामने अपना पक्ष रखने का मौका जरुर देगी.
उस वक्त जो निर्णय होगा, उसे मैं आप सभी तक पहुंचाउंगा. तब तक और उसके बाद अमोल बालवडकर कोथरुडकरों की सेवा में लगे रहेंगे.
Kothrud Assembly Constituency | भाजपा के अमोल बालवडकर कोथरूड विधानसभा से इच्छुक (Video)