Kothrud Assembly Constituency | चंद्रकांत पाटिल ने इच्छुक भाजपा कार्यकर्ताओं के आत्म सन्मान को चोट पहुंचाया; भाजपा के पूर्व नगरसेवक अमोल बालवडकर का पाटिल पर हल्लाबोल
पुणे : पोलीसनामा ऑनलाइन – Kothrud Assembly Constituency | चुनाव लड़ने के लिए कार्यकर्ताओं का इच्छा व्यक्त करना पार्टी के लोकतंत्र का भाग है. लेकिन उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया में कोथरूड के विधायक और मंत्री चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) ने इच्छुक कार्यकर्ताओं के आत्म सन्मान को कमजोर करने के लिए दबाव की राजनीति पर निर्भर रहने का आरोप लगाते हुए पूर्व नगरसेवक अमोल बालवडकर (Amol Balwadkar) ने पाटिल को सीधे चुनौती दी है. (Kothrud Assembly Constituency)
भाजपा की ओर से शहर के छह निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवारों के चयन के लिए निरीक्षकों की उपस्थिति में उन निर्वाचन क्षेत्र के पदाधिकारियों की राय जानी. इन छह में से पांच सीटों पर मौजूदा विधायकों को पसंद किए जाने से अन्य इच्छुकों में नाराजगी फैल गई है. कोथरूड निर्वाचन क्षेत्र से इच्छुक पूर्व नगरसेवक अमोल बालवडकर ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सीधे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे कोथरूड के विधायक और राज्य के मंत्री चंद्रकांत पाटिल पर हल्लाबोल किया है. (Pune BJP)
बालवडकर ने कहा कि कार्यकर्ता निडर रहे. यदि कुछ गलत होता है तो उसे रखना वाला चाहिए. पार्टी को लेकर कोई राय नहीं है. लेकिन कुछ लोगों को लेकर शिकायत है. कल निरीक्षक आए थे. वहां कुछ गिने चुने पदाधिकारियों को संदेश भेजा गया था. यह वाजपेयी की पार्टी है. अमोल बालवडकर और श्याम देशपांडे का नाम नहीं ले. यह पदाधिकारियों ने कही है. वरिष्ठ नेता क्या निर्णय ले वह निर्णय लेंगे. लेकिन कुछ नेताओं की वजह से पार्टी की छवि धूमिल हो रही है.
मेरे कोथरूड के नेता काफी बड़े है. उन्हें लेकर किस वरिष्ठ के पास जाया जाए यह सवाल होने की वजह से मीडिया के जरिए बोल रहे है. गिरीश बापट साहेब होते तो यह सब कुछ नहीं होता.
कार्यकर्ता काम करते रहते है. मैं दो महीने से तैयारी कर रहा हूं. लेकिन कल की प्रक्रिया से मुझे बहिष्कृत किया गया. चंद्रकांत पाटिल मेरे कार्यक्रम में आते नहीं है. दूसरे पदाधिकारी भी मेरे कार्यक्रम में नहीं आए इसके लिए दबाव डालते है. इच्छुक होना अपराध है क्या ? मुझे भविष्य की चिंता नहीं है. आत्म सन्मान को ठेस पहुंचे तो बोलना चाहिए. मैंने देवेंद्र फडणवीस, चंद्रशेखर बावनकुले और रावसाहेब दानवे को भी बताया है. लेकिन उनका अभी तक कोई संदेश नहीं आया है.
विधायक पाटिल को अहंकार अहंकार हो गया है क्या ? पार्टी के लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास हो रहा है. पार्टी का सर्वे गोपनीय होता है. लेकिन इसे लीक किया गया है. सही अर्थों में सब कुछ जनता का है. मैंने कोथरूड में सर्वे कराया है. 3५ हजार परिवारों से संपर्क किया है. इनमें अधिकांश नागरिकों ने मुझे पसंद किया है. निरीक्षकों से इस सर्वे को देखने की अपील बालवडकर ने की है.