लॉकडाउन में ऐसे थमे पहिए कि अब अपने ही तेल भंडार में आग लगाने जा रहा रूस
नई दिल्ली. पोलिसनामा ऑनलाइन – लॉकडाउन में तेल की खपत रिकॉर्ड स्तर पर घटने से कई देशों के तेल भंडार इतना भर गए हैं कि अब यही उनके लिए परेशानी का बड़ा कारण बन गया है। तेल उत्पादन में दुनिया के अग्रणी देशों में से एक रूस ऐसे हालात में तीन विकल्पों पर विचार कर रहा है- तेल के कुओं की मरम्मत करे, कुओं को लंबे समय तक यूं ही पड़ा रहने देने लायक व्यवस्था करे या फिर तेल में आग लगा दे।
ये उपाय हैं इन देशों के पास
-तेल इंडस्ट्री से जुड़े दो अन्य सूत्रों ने बताया कि कम उत्पादन क्षमता वाले तेल के कुओं को सबसे पहले बंद किया जा सकता है। हालांकि, तेल आपूर्ति में कमी लाने के लिए कुओं को अनिश्चितकाल के लिए बंद रखने के बजाय मरम्मत के लिए अस्थायी तौर पर ही बंद किया जाएगा।
-फिलहाल, नई पेट्रोलियम खदानों की खोज के लिए ड्रिलिंग भी रोक दी जाएगी। एक अन्य सूत्र ने कहा, “ये सच है कि मांग में कमी आई है, लेकिन यह ऑयल फील्ड्स पर ताला लगाने की वजह नहीं बन सकता है।
-कई बार अच्छा होता है कि आप तेल उत्पादन करना जारी रखें और यहां तक कि उसे जलाना भी पड़े तो जला दें। एक बार तेल उत्पादन की क्षमता खत्म होने पर उबरने में कई सालों का वक्त लग जाता है।
-आपको याद है कि सोवियत संघ में एक बार तेल उत्पादन आधा कर दिया गया था। उसके बाद तेल उत्पादन की क्षमता वापस पाने के लिए उसे पूरा एक दशक लग गया था।