Maharashtra ST: कोल्हापुर-पुणे मार्ग पर एसटी के फेरे बढे

Ganpati Festival | State government's big announcement for the travelers going to Ganpati Bappa Morya, Konkan

ऑनलाइन टीम- कोरोना की वजह से बंद रहे महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल के एसटी की सेवा सोमवार से शुरू हुई। 50 प्रतिशत यात्री पर यह सेवा शुरू हुई। कोल्हापुर- पुणे मार्ग पर सबसे ज्यादा यात्रियों का रिस्पॉन्स मिला।

कोरोना की वअजह से राज्य में संचारबंदी और जिले में सख्त लॉकडाउन की वजह से लोग बाहर नहीं निकल रहे थे। साथ ही अंतर जिला यात्रा के लिए मनाही थी। इस सबका असर एसटी पर हुआ। लगभग 1 महीना एसटी की सेवा बंद थी। इसलिए एसटी को बहुत आर्थिक नुकसान हुआ।

1 महीने के बाद जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या घत रही है। जून महीने के शुरुआत में मरीज की घटती हुई संख्या सामने आई। इस वजह से सरकार ने प्रतिबंध  में ढील देने की शुरुआत की और सोमवार से एसटी की सेवा शुरू हुई। इससे पहले जिला के अंतर्गत चंदगड, गडहिंग्लज, आजरा, गारगोटी, इचलकरंजी, शिरोल, मलकापुर, राधानगरी, कागल मार्ग पर एसटी शुरू थी। जिला के बाहर सांगली, सातारा व पुणे मार्ग पर भी सेवा शुरू थी, लेकिन यात्रियों का ज्यादा रिस्पॉन्स नहीं था। दो दिनो से कोल्हापुर-पुणे मार्ग पर यात्रियों का अच्छा खासा रिस्पॉन्स मिल रहा है।

सोमवार दोपहर12 बजे तक कोल्हापुर से पुणे के लिए 8 बस निकली वही पुणे से कोल्हापुर 6 बस गई। मुंबई के लिए भी बस चली। कोकण और सोलापुर मार्ग शुरू किया गया है, लेकिन यहाँ यत्रियों का अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला। इस मार्ग पर यात्री न मिलने के कारण बस नहीं चली। एसटी जैसे ही सड़क पर दौड़ी वैसे ही मध्यवर्ती बस स्टैंड पर चालक, वाहक कर्मचारी अउर यात्रियों की भीड़ जुटने लगी।

यात्री बढने पर रूट बढाने का नियोजन

यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर एसटी की शुरुआत की गई है। एक दौरे के बाद बसको पूरा सेनेटाइज किया जा रहा है। 12 यात्री ही बस में हो, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। यात्रियों की भीड़ बढने पर बस के फेरे बढाए जाएंगे, ऐसा एसटी प्रशासन का नियोजन है।

रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा

कोरोना की वजह से कई ट्रेने भी बंद हैं। यात्रियों के अभाव में एक महीने से कोल्हापुर से दौड़नेवाली विविध महत्वपूर्ण गाड़ियाँ बंद है। अभी कोयना, तिरुपती और सप्ताह में एक बार शुक्रवार को धनबाद के लइए चलने वाली गाड़ी शुरू है। धनवाद को छोड़कर कोयना और तिरुपती को जाने वाली गाड़ियों को यात्री ज्यादा रिस्पॉन्स नहीं दे रहे हैं।