नरेंद्र मोदी के विराट स्वरूप से ‘मोदी’ ने कराया परिचय, बंद कर दी बोलती
नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : हममें से अनेक लोग अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा नाम ठीक से नहीं जानते, लेकिन बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने पीएम के नाम का नया अर्थ व्याख्यायित किया है। राज्यसभा में बजट सत्र पर चर्चा के दौरान सुशील मोदी ने अपने आधे घंटे भाषण में सुशील मोदी ने एक से बढ़कर एक आंकड़े पेश किए। उन्होंने इतने आंकड़े बताए कि विपक्ष के नेता भी सिर्फ सुनते रह गए। इसी दौरान उन्होंने अचानक प्रधानमंत्री मोदी के काम के साथ उनके नाम को जोड़कर कुछ इस प्रकार वर्णन किया।
N- New india
A- Aatm nirbhar bharat
R- Ready for reforms
E- Electronic agri market
N- New Financial Structure
D- Disinvestment
R- Railway and roads
A- Agriculture Reforms
M- MSP assured, Helping migrant worker
O- One person company
D- Down to earth
I- Inclusive development
वैसे तो उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत ही पीएम मोदी की तारीफ से की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि ‘अर्थव्यस्था के सदमे से दोबारा देश लौट सकता है, मगर जिंदगी को दुबारा नहीं लाया जा सकता।’ महाभारत के शांतिपर्व का भी तरीके से उल्लेख किया। याद दिलाया कि इस पर्व में कहा गया है कि ‘आपदाग्रस्त जीव की प्राण रक्षा ही धर्म है’।
लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि ‘जान भी है जहान भी है।’ सुशील मोदी ने कोरोना लॉकडाउन में किए गए काम और बजट की जमकर तारीफ की। कोरोटना टीका किस देश को कितना दिया जा रहा है इसका आंकड़ा भी सुशील मोदी ने सदन को दिया। सुशील मोदी यहीं नहीं रुके, उन्होंने अमेरिका से भी भारत की तुलना की। उन्होंने कहा कि वहां डायरेक्ट बेनिफीट ट्रांसफर स्कीम नहीं था। 8 करोड़ लोगों का चेक प्रिंट किए गए, फिर ट्रंप साहब ने चेक पर साइन किया और 4 महीने में नहीं बांटा जा सका। भारत में लोगों को लाभ जनधन खाता की वजह से समय पर मिल पाया।