बारिश समाप्त हो गई उसके बावजूद मेढ़क का टर्र-टर्र खत्म नहीं हुआ , शिवसेना का फिर से राणे पर हमला

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रत्नागिरी, 27 अक्टूबर – बारिश समाप्त हो गई है उसके बावजूद मेढ़क का टर्र-टर्र खत्म नहीं हुआ है। इस तरह से तीखे शब्दों में शिवसेना सांसद विनायक राऊत ने नारायण राणे पर निशाना साधा है। वह प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जनता राणे को अपनी जगह दिखा देगी। इससे पहले नारायण राणे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और संजय राऊत पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि राणे परिवार पर नहीं जाए नहीं तो मातोश्री के अंदर-बाहर क्या चल रहा है सब बाहर आ जाएगा।

राणे के हमले पर विनायक राऊत ने कहा कि बारिश समाप्त हो गई है उसके बावजूद मेढ़क का टर्र-टर्र खत्म नहीं हुआ है। लेकिन उसके टर्र-टर्र से कोई नहीं डरता है। आने वाले कुछ समय में जनता उन्हें अपनी जगह दिखा देगी। नारायण राणे ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे को इतिहास का सबसे बुद्धू मुख्यमंत्री कहा था और कहा था कि वह मुख्यमंत्री पद पर बैठने लायक नहीं है। इस पर राऊत ने कहा कि नारायण राणे आपको मेरी तरफ से एक सलाह है। आप मुख्यमंत्री थे। मुख्यमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति के बारे में आपके दवारा बोले जा रहे शब्द आपको शोभा नहीं देता है।

शिवसेना और राणे परिवार में जबकर वाकयुद्ध हो रहा है। दशहरा मेलावा में ठाकरे ने नारायण राणे को मेढक और उनके दोनों बेटों को उनका पिल्ला बुलाया था। इसी का राणे ने जबाव दिया है। उन्होंने कहा कि ठाकरे मुख्यमंत्री पद पर बैठने के लायक नहीं है।

बालासाहेब होते तो उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री नहीं बनाते
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में उद्धव ठाकरे पिंजरे में थे। अब एक दौरे के लिए बाहर निकले है। वह खुद को बाघ बोलते है। यह पिंजरे का बाघ है क्या ? सभा में केवल 47 लोग ताली बजा रहे थे। मैं शिवसैनिक था। कई पदों पर रहा। बालासाहेब ने कई पद दिए। मैं मेढक नहीं था। अगर मेढक होता तो मुख्यमंत्री नहीं बना होता। बालासाहेब होते तो उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री नहीं बनाते। उन्होंने ज्यादा बोला तो 47 वर्ष जो किया सब बाहर आ जाएगा।

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