लातूर: ऑनलाइन टीम- (Murder in Latur) लातूर जिले के देवानी तालुका के वलंदी गांव में 21 जून को एक अज्ञात व्यक्ति की पत्थर मारकर हत्या (Murder in Latur) कर दी गई। आरोपी ने सभी सबूत मिटाने की कोशिश की थी ताकि मृतक की पहचान न हो सके। लेकिन 21 दिन की जांच के बाद पुलिस ने मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठाया है। पुलिस ने इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या का कारण सुनकर पुलिस भी असमंजस में है। पुलिस घटना की आगे जांच कर रही है।
मृतक की पहचान नांदेड़ जिले के बिहारीपुर निवासी 35 वर्षीय बालाजी बंसोडे के रूप में हुई है। 16 जून की रात को देवानी तालुका के वलांडी में दो लोगों ने बंसोडे की पत्थर मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद आरोपी सबूत मिटाने के लिए बंसोड़े के सभी दस्तावेज, पहचान पत्र और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गए। आरोपी मृत बंसोडे द्वारा चलाए जा रहे पिकअप ट्रक को लेकर मौके से फरार हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार, घटना के पांच दिन बाद, बालाजी बंसोडे का शव स्थानीय लोगों को देवानी तालुका के वलंदी शिवार में मिला और हत्या के मामले का खुलासा हुआ। लेकिन मृतक की शिनाख्त के लिए कोई सबूत नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने जांच कर दोनों आरोपियों को पकड़ लिया है। उसने हत्या की बात कबूल कर ली है। पुलिस घटना की आगे जांच कर रही है।
आख़िर उस रात क्या हुआ था?
हेलंब निवासी आरोपी विकास रघुनाथ सूर्यवंशी और ज्ञानेश्वर भरत बोरसुले का 16 जून को उदगीर जाना था। उन्होंने कई वाहनों को रोकने की कोशिश की। लेकिन वाहन नहीं रुके। इस बीच मृतक बालाजी बंसोडे उसी सड़क पर महिंद्रा पिकअप लेकर जा रहे थे। इसी दौरान आरोपी विकास रघुनाथ सूर्यवंशी और ज्ञानेश्वर भरत बोरसुले ने मृतक बंसोड़े के वाहन को रोका। इसी बात को लेकर चालक बंसोडे और दोनों आरोपियों के बीच हाथापाई हो गई। आरोपी ने बंसोडे को पत्थर से मार डाला और पिकअप ट्रक लेकर मौके से फरार हो गया।