ओवैसी का वार, बोले- गुलाम कब तक करेंगे कांग्रेस की गुलामी, 45 साल बाद उन्हें मिला ये…

0

नई दिल्ली : ऑनलाइन टीम – कांग्रेस पार्टी की कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में नए अध्यक्ष को लेकर जारी मंथन अब घमासान में तब्दील होता दिख रहा है। इस बीच अन्य राजनीतिक दलों से भी इस घमासान पर प्रतिक्रिया आ रही है। इस पूरे मसले पर ट्वीट करते हुए हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी तंज कसा है। ओवैसी ने अपने ट्वीट में कहा है कि ‘जो आरोप मुझ पर लगाते थे, आज खुद पर लग गया है। गुलाम नबी साहब मुझ पर यही आरोप लगाते थे। अब आप पर भी यही आरोप लगा है। 45 साल की गुलामी सिर्फ इसलिए? अब ये साबित हो गया है कि जनेऊधारी लीडरशिप का विरोध करने वाला बी-टीम ही कहलाया जाएगा। मुझे उम्मीद है कि मुस्लिम समुदाय के लोग समझेंगे कि कांग्रेस के साथ रहने से क्या होता है।’

बता दें कि राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल समेत 23 कांग्रेस नेताओं ने हाल ही में चिट्ठी लिखकर में कांग्रेस नेतृत्व पर कुछ सवाल उठाए हैं। जिसके बाद सोनिया गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा की पेशकश की है। सोनिया गांधी के इस्तीफे की पेशकश के बाद कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हो रही है। बैठक से इस तरह की खबरें सामने आईं कि राहुल गांधी ने चिट्ठी लिखने वाले लोगों की मंशा और टाइमिंग को लेकर सवाल खड़े किए हैं।

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में गुलाम नबी आजाद की ओर से चिट्ठी लिखने को लेकर दी गई सफाई पर प्रियंका गांधी ने भी सवाल उठाए हैं। प्रियंका गांधी ने आजाद से कहा है कि आप जो बातें अब कर रहे हैं और जो बातें आपने चिट्ठी में लिखी हैं, वो मेल नहीं खाती हैं। आप कह रहे हैं वह उससे ठीक अलग है जो आपने लेटर में लिखा है।

वहीं आजाद ने कहा है कि अगर कोई ये साबित कर दे कि चिट्ठी लिखने वाले नेताओं के पीछे भाजपा है कि वह तो वह इस्तीफा दे देंगे। आजाद ने कहा कि चिट्ठी लिखने की वजह कांग्रेस की कार्यसमिति थी, जिसमें बदलाव को लेकर हमने चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी संगठन को मजबूत बनाने के लिए लिखी गई है।

You might also like
Leave a comment