भारत-चीन भारी तनाव : हिंद महासागर में भारतीय नौसेना के युद्धपोतों की तैनाती बढ़ी

नई दिल्ली : ऑनलाइन टीम – भारत और चीन के बीच मौजूदा समय में बेहद तनाव है। इस बीच हिंद महासागर में भारत ने नौसेना के युद्धपोतों की तैनाती बढ़ा दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, युद्धपोतों की तैनाती में लगभग 25 प्रतिशत वृद्धि किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि पिछले 100 दिनों में नौसेना को उत्तर में लद्दाख से दक्षिण में मॉरिशस तक और पश्चिम में लाल सागर से पूर्व में मलक्का स्ट्रेट तक संचालन करते देखा गया है।

भारतीय नौसेना ने आईओआर में प्रमुख ठिकानों पर मिशन बेस्ड डिप्लॉयमेंट पर जहाजों को तैनात किया है, ताकि एक व्यापक समुद्री तस्वीर विकसित किया जाए और विकसित हो रहीं स्थितियों से निपटा जाए। बंगाल की खाड़ी, मलक्का स्ट्रेट, अंडमान सागर, दक्षिणी और मध्य हिंद महासागर क्षेत्र, अदन की खाड़ी और फारस की खाड़ी में किसी भी समय युद्धपोत गश्त करते रहते हैं।

नौसेना लगभग 20 सरकारी एजेंसियों के साथ समन्वय में तट के पास भी चौकसी कर रही है, ताकि 26/11 जैसी घटना को रोका जा सके। जानकारी के एक नेटवर्क सक्षम बल होने के नाते नौसेना आईएफसी-आईओआर जहाजों के इस्तेमाल के जरिए पी-8आई और डोनियर सर्विलांस विमान और अन्य हाई-एंड सर्विलांस टूल के माध्यम से आईओआर के पूर्ण अवेयरनेस को बनाए रखती है।

इधर आस्ट्रेलिया के साथ आपसी लॉजिस्टिक्स सपोर्ट समझौते पर जून में हस्ताक्षर होने के बाद भारतीय नौसेना को दक्षिणी हिंद महासागर में रणनीतिक रूप से स्थित कोकोस और कीलिंग द्वीपों तक पहुंच सुलभ हो सकी है, जिससे चीनी नौसेना के जहाजों और हिंद महासागर में प्रवेश करने वाली पनडुब्बियों पर भारतीय नौसेना के जहाज और विमान नजर रखने में सक्षम होंगे।