राष्ट्रवादी की समीक्षा बैठक में तय होगा नया विपक्षी नेता

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पिंपरी : पुलिसनामा ऑनलाईन – राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के आंतरिक स्तर पर तय किये गए एक साल के कार्यकाल की मियाद समाप्त होने से दत्ता साने द्वारा विपक्षी दल के नेता पद से इस्तीफा दे दिया। अब इस रिक्त सीट के लिए राष्ट्रवादी में होड़ मची है। इस पृष्ठभूमि पर गुरुवार को होने जा रही पार्टी की समीक्षा बैठक की ओर नजरें गड़ गई हैं। क्योंकि पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस बैठक में पार्टी नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद विपक्षी नेता के बारे में फैसला करने के संकेत दिए हैं।
पिंपरी चिंचवड मनपा के आम चुनाव में 36 सीटों पर संतोष जताकर राष्ट्रवादी पर विपक्ष में बैठने की नौबत आयी। नतीजन पार्टी के पास विपक्षी दल के नेता का एकमात्र पद रह गया। पांच साल में ज्यादा से ज्यादा नगरसेवकों को मौका देने के लिहाज से इस पद का कार्यकाल एक- एक साल का तय हुआ। विपक्षी दल का नेता ही उस दल का गुटनेता औऱ स्मार्ट सिटी कंपनी के पदसिद्ध निदेशक होता है। इसके चलते राष्ट्रवादी में इस पद को लेकर होड़ मची है। मनपा में राष्ट्रवादी की ओर से पहले विपक्षी नेता बनने का मौका भूतपूर्व महापौर योगेश बहल को मिला। उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद दूसरे विपक्षी दल के नेता के तौर पर दत्ता साने को मौका मिला। गत साल 17 मई को उन्होंने इस पद की कमान संभाली।
सभागृह औऱ मनपा में जरा हटके आंदोलन और प्रशासन व सत्तादल भाजपा की मनमानी पर लगाम कसने के अलग- अलग फंडों से दोनों की नाक में दम कर दिया। बहल की तुलना में साने का कार्यकाल काफी गूंजा, वे सालभर लगातार चर्चा में रहे। ऐसे में माना जा रहा था कि विधानसभा चुनाव तक वे इस पद पर बने रहेंगे। खुद उन्होंने इसकी मांग भी की थी। मगर इस साल की 17 मई को उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस पद की आस लगाए बैठे राष्ट्रवादी के अन्य इच्छुकों की गतिविधियां तेज हो गई थी। अंततः पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के आदेश के बाद गत सप्ताह उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब इस रिक्त सीट को लेकर राष्ट्रवादी के नगरसेवकों में रस्साकशी जारी है। इस पद के लिए वरिष्ठ नगरसेवक नाना काटे, जावेद शेख, वैशाली घोडेकर, राजू मिसाल, अजीत गवहाने आदि रेस में हैं। इनमें से किसके नाम पर अजीत पवार की पसंद की मुहर लगती है, यह देखना दिलचस्प होगा।
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