नई दिल्ली : पोलिसनामा ऑनलाइन – निर्भया के दोषियों को एक फरवरी को मिलने वाली सजा को आगे बढ़ाया जा सकता है। फ़िलहाल मुकेश को छोड़कर अन्य तीन आरोपियों के पास राष्ट्रपति के पास दया याचिक दायर करने का विकल्प बचा है. अगर तीनो को दया याचिक राष्ट्रपति दवारा ख़ारिज हो जाता है तो उनके पास सुप्रीम कोर्ट में दरवाजा खटखटाने का विकल्प बचा होगा।
विनय की दया याचिक है पेंडिंग
दोषियों में एक विनय ने बुधवार को राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी थी. उसकी कुरेटिव पिटिशिन ख़ारिज हो चुकी है.
इस पुरे मामले पर निर्भया की मां के वकील जीतेन्द्र झा ने बताया कि अभी मुझे लगतस है कि 74 से 75 दिन और लगेंगे। दोषियों के वकील मामले को खींचने और टालने की फ़िराक में लगे है. एक दोषी की उम्र को लेकर आपत्ति जताई गई है. इसमें कहा जा रहा है कि घटना के वक़्त वह बालिग ही नहीं था.
क्या था पूरा मामला
16 दिसंबर 2012 को 23 साल की पारामेडिकल स्टूडेंट अपने दोस्त के साथ मुनिरका इलाके में रात के वक़्त बस स्टैंड पर खड़ी थी. दोनों फिल्म देखकर निकले थे और बस का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान दोनों वहां से गुजर रहे एक बस में सवार हो गए. इस चलती बस के एक नाबालिग समेत 6 लोगों ने युवती के साथ बलात्कार किया। इसके बाद उन्होंने पीड़िता को चलती बस से बाहर फेंक दिया। उसे इलाज के लिए सिंगापूर ले जाया गया. यहां 29 दिसंबर 2012 में उसकी मौत हो गई.