पुणे में प्रतिबंधित क्षेत्रों की संख्या 125 से बढ़ी

April 19, 2021
पुणे। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिहाज से पुणे में 20 से ज्यादा मरीज पाए जानेवाली सोसाइटी और 5 से ज्यादा मरीज पाए जानेवाली इमारत को सूक्ष्म प्रतिबंधित यानी माइक्रो कैंटोनमेंट जोन घोषित किया जा रहा है। बीते सप्ताह भर में ऐसे प्रतिबंधित क्षेत्रों की संख्या 125 से बढ़ गई है और अब शहर के प्रतिबंधित क्षेत्रों की संख्या 500 तक पहुंच गई है।
पुणे शहर में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है। इस संक्रमण को कम करने के लिए प्रशासन द्वारा विभिन्न उपायों की योजना बनाई जा रही है। जिस परिसर या भवन में 5 से अधिक मरीज पाए जाते हैं, उन्हें सोसायटी माइक्रो प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया जा रहा है। इमारतों या सोसायटियों में रोगियों के हाथों पर मुहर लगाई जा रही है। इसके अलावा सोसायटी या इमारत के दोनों के प्रवेश द्वारों पर रोगियों के नाम भी लिखे जा रहे हैं। मरीजों को इस माइक्रो प्रतिबंधात्मक क्षेत्र से गुजरने की अनुमति नहीं है।
शहर में हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है। यह आंकड़ा शहर में सूक्ष्म प्रतिबंधित क्षेत्रों की संख्या भी बढ़ा रहा है। प्रतिबंधित क्षेत्रों की सबसे अधिक संख्या सहकारनगर-धनकवड़ी क्षेत्रीय कार्यालय की सीमा के भीतर है जो 74 है। इसके बाद वारजे- कर्वेनगर क्षेत्रीय कार्यालय की सीमा में 67 और औंध-बाणेर क्षेत्रीय कार्यालय की सीमा में 62 प्रतिबंधित क्षेत्र हैं। इससे पहले, सबसे ज्यादा प्रतिबंधित क्षेत्र औंध-बैनर क्षेत्रीय कार्यालय की सीमा में था। हालांकि, एक सप्ताह के भीतर, धनकवड़ी-सहकारनगर क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोगी पाए गए हैं।
वर्तमान में अधिकांश रोगी हडपसर-मुंडवा क्षेत्रीय कार्यालय की सीमाओं के भीतर पाए जा रहे हैं। हालाँकि, क्षेत्र में नियंत्रण क्षेत्रों की संख्या अभी भी स्थिर है क्योंकि यह वृद्धि केवल क्षेत्र के बड़ी सोसायटियों में है। इस बीच, शहर में उपरोक्त तीन क्षेत्रीय कार्यालयों के अलावा, अन्य 12 क्षेत्रीय कार्यालयों की सीमा में 50 से कम माइक्रो प्रतिबंधित क्षेत्र हैं और सबसे कम 9 माइक्रो प्रतिबंधित क्षेत्र कोंढवा-येवलेवाडी क्षेत्रीय कार्यालय सीमा के भीतर हैं। 10 प्रतिबंधित क्षेत्र कसबा-विश्रामबागवाड़ा क्षेत्रीय कार्यालय की सीमाओं के भीतर हैं।