इमरान खान ने दिया सशर्त शांति का प्रस्ताव, अलापा कश्मीर राग

October 28, 2020

इस्लामाबाद. ऑनलाइन टीम – पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को शांति प्रस्ताव तो दिया है, लेकिन कश्मीर राग के साथ। कहा कि शांति के लिए उनकी एक शर्त है- भारत कश्मीर से अपना सैन्य घेराबंदी खत्म करे और कश्मीरी लोगों को आत्म निर्णय का अधिकार दे। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के मुताबिक कश्मीरी लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार दिया जाए।’

इमरान ने कहा, भारत एक बड़ा बाजार है और यही कारण है कि कश्मीर के 80 लाख लोगों के साथ भारत के अल्पसंख्यकों को लेकर पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया बेहद ढीली है। दुर्भाग्य से इन देशों के लिए वाणिज्यिक हित अधिक महत्वपूर्ण हैं। निराशाजनक यह भी है कि मीडिया का ध्यान हांगकांग के विरोध प्रदर्शन पर ही टिका है, जबकि कश्मीर का मुद्दा इससे बड़ा है। नई दिल्ली ने इस्लामाबाद के शांति प्रस्तावों का जवाब नहीं दिया क्योंकि वे आरएसएस की विचारधारा पर चल रहे हैं। अनुच्छेद 370 पर पूछे गए सवाल पर इमरान बोले, भारत एक चरमपंथी विचारधारा धारण किये हुए है, जिसे हिंदुत्व के रूप में जाना जाता है। मैं दुनिया का पहला नेता था जिसने भारत में हो रही इन घटनाओं के बारे में चेतावनी दी थी।

इमरान खान ने आरोप लगाया कि भारत शांति की ओर बढ़ने की बजाय कश्मीर को हड़प लिया और अन्याय की नई शुरुआत कर दी। वर्ष 2018 में पीएम बनने के बाद मैंने भारत को शांति का प्रस्ताव दिया था। साथ ही भारतीय नेतृत्व से कहा था कि यदि वे शांति की ओर एक कदम उठाएंगे तो पाकिस्तान दो कदम उठाएगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत पाकिस्तान में आतंकवाद को फैला रहा है।