Parambir Singh | गायब परमबीर सिंह के ठिकाने का चला पता, ‘इस’ शहर में होने की जानकारी

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नई दिल्ली  : Parambir Singh | महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर 100 करोड़ रुपये की रंगदारी वसूलने का आरोप लगानेवाले मुंबई (Mumbai) के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह (Parambir Singh) पिछले कई दिनों से लापता हैं। जांच एजेंसियों की सुनवाई के लिए और पूछताछ के लिए अदालत में पेश न होने के कारण उनके फरार होने की आशंका जताई जा रही है। उनके वकील ने राज्य सरकार (State Government) द्वारा गठित चांदीवाल आयोग की सुनवाई के दौरान इस संबंध में हलफनामा दाखिल किया है। चूंकि यह पावर ऑफ अटॉर्नी से संबंधित है, इसलिए परमबीर सिंह के ठिकाने के बारे में सुराग मिल रहे हैं। मीडिया में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक परमबीर सिंह चंडीगढ़ (Chandigarh) में रह रहे हैं।

 

परमबीर सिंह (Parambir Singh) द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद उन पर कई आरोप लगाए गए हैं। इस संदर्भ में सेवानिवृत्त न्यायाधीश कैलाश उत्तमचंद चांदीवाल (Judge Kailash Uttamchand Chandiwal) आयोग के सामने सुनवाई शुरू है। परमबीर को बार-बार आयोग (Commission) के सामने पेश होने के लिए तलब किया गया, लेकिन वह पेश नहीं हुए। इसलिए वे कहाँ गायब हैं? यह सवाल उठ रहा था। परमबीर सिंह स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देकर लगातार सुनवाई से नदारद हैं।

 

कैसे मिला लापता परमबीर सिंह का पता

 

जैसे ही परमबीर सिंह सीबीआई जांच (CBI Investigation) में पेश नहीं हुए, परमबीर सिंह के लापता होने की अफवाह तेजी से फैल गई। इस बीच उनके वकील चंद्रचूड़ सिंह (Advocate Chandrachud Singh) ने हलफनामा पेश किया। स्वयं परमबीर सिंह द्वारा बनाई गई पावर ऑफ अटॉर्नी (Power of Attorney) इस उपक्रम से संलग्न है। इससे पता चलता है कि परमबीर सिंह चंडीगढ़ में हैं।

 

इस पावर ऑफ अटॉर्नी को परमबीर सिंह ने चंडीगढ़ (Chandigarh) में तैयार किया है।

कागज पर दिया गया पता चंडीगढ़ है। इससे शक और मजबूत हो गया है कि वह चंडीगढ़ में है।

परमबीर सिंह (Parambir Singh) ने महेश पांचाल (Mahesh Panchal) के नाम

पावर ऑफ अटॉर्नी की पेशकश की है।

उन्होंने कहा है कि सुनवाई के लिए उनकी जगह महेश पांचाल मौजूद रहेंगे।

परमबीर सिंह ने अपने हलफनामे में लिखा है कि

वह आयोग के सामने कुछ नहीं कहना चाहते।

उन्हें आयोग के समक्ष किसी तर्क के लिए कोई साक्ष्य या राय या उत्तर नहीं देना है।

 

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