चुनाव से पहले एनसीपी में ‘इस’ मुद्दे पर दो गुटों में संघर्ष

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पिंपरी : पुलिसनामा ऑनलाईन – पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के विरोधी पक्ष नेता तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस के गट नेता दत्ता साने का अपने पद से इस्तीफा दिए 15 दिन बीत चुके हैं उसके बावजूद राष्ट्रवादी कांग्रेस की तरफ से अब तक गट नेता तय नहीं किया गया है। विरोधी पक्ष नेता पद पर किसे देना है इसे लेकर पार्टी के चिंचवड़ और भोसरी ऐसे दो गुट लॉबिंग में जुटे हुए है।

भोसरी गुट की तरफ से लॉबिंग की जा रही है कि विरोधी पक्ष नेता पद भोसरी के पास ही रखा जाए और दत्ता साने का कार्यकाल बढ़ाया जाए। चिंचवड़ गुट की तरफ से नाना काटे का नाम आगे किया जा रहा है। इसकी वजह से पार्टी के दो गुटों में संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि नये विरोधी पक्ष नेता के चयन में देरी हो सकती है।

दो दिनों में होगी नाम की घोषणा : संजोग वाघेरे

इस संबंध में राष्ट्रवादी कांग्रेस के शहराध्यक्ष संजोग वाघेरे ने कहा कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है। एक से दो दिन में नये विरोधी पक्ष नेता का नाम निश्चित होगा। राष्ट्रवादी कांग्रेस ने हर वर्ष विरोधी पक्ष नेता बदलने का निर्णय लिया है। मनपा में राष्ट्रवादी के 36 नगरसेवक होने की वजह से राष्ट्रवादी के गटनेता विरोधी पक्ष नेता होते हैं। विरोधी पक्ष नेता स्मार्ट सिटी के पदेन संचालक होते हैं। इसलिए यह पद सम्मान का पद है।
दत्ता साने ने कार्यकाल बढ़ाने की मांग की थी

एक वर्ष का कार्यकाल समाप्त होने के बाद दत्ता साने ने कार्यकाल बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन अन्य इच्छुकों द्वारा इसका विरोध किये जाने की वजह से पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर दत्ता साने ने 9 जुलाई को विरोधी पक्ष नेता पद से शहराध्यक्ष को इस्तीफा सौंप दिया। महापौर राहुल जाधव ने दत्ता साने का इस्तीफा मंजूर नहीं किया है। इसके बावजूद वह अपने कक्ष की कुर्सी पर नहीं बैठ रहे हैं।

नये विरोधी पक्ष नेता पद के चयन को लेकर राष्ट्रवादी में चिंचवड़ विरुद्ध भोसरी दो गुट बन गए हैं। राष्ट्रवादी नेता अजीत पवार की उपस्थिति में हुए सम्मेलन में इसका असर दिखा था। भोसरीकरों ने पिंपरी-चिंचवड़ के नेताओं पर टिप्पणी की थी जबकि चिंचवड़ के नेताओं ने इसका जवाब देने का प्रयास किया था।

अजीत पवार ने जल्द नाम के ऐलान का भरोसा दिया

विरोधी पक्ष भोसरी के पास ही रखते हुए दत्ता साने का कार्यकाल बढ़ाने की मांग भोसरीकरों की तरफ से की गई है। अजीत पवार ने हाल ही में सम्पन्न हुए पार्टी सम्मेलन में कहा था कि नये विरोधी पक्ष नेता का नाम घोषित किया जाएगा। लेकिन इस सम्मेलन के सात दिन बीतने के बाद भी नाम घोषित नहीं किए गए। ऐसे में सबकी नजरें इस बात पर टिकी है कि नये विरोधी पक्ष नेता चुने जाएंगे कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दत्ता साने का कार्यकाल बढ़ाया जाएगा।

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