PHOTOS : ‘चंद्रयान-2’ ने भेजी पृथ्वी की पहली तस्वीरें?
नई दिल्ली : पोलीसनामा ऑनलाईन – इसरो ने 22 जुलाई को मिशन चंद्रयान-2 को लॉन्च किया। जिसके बाद अब सोशल मीडिया पर ‘चंद्रयान-2’ द्वारा भेजी गई पृथ्वी की पहली तस्वीरें सामने आ रही है। ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। बता दें कि ‘चंद्रयान-2’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में जाने वाला विश्व का पहला मिशन है। यह 48 दिन बाद चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा। इसरो के इस मिशन की सबसे अहम बात यह है कि ये चंद्रमा के डार्क जोन में उतरने वाला दुनिया का पहला मिशन होगा।
जानकारों के अनुसार, चंद्रमा के डार्क जोन में उतरते समय शुरुवात के 15 मिनट बेहद खतरनाक है। जिसके बाद हालात सामान्य हो जायेगे। बता दें कि इस मिशन में ‘चंद्रयान 2’ चंद्रमा की सतह पर पानी की मौजूदगी का विश्लेषण करेगा। साथ ही खनिज एवं अन्य तत्वों की जांच करते हुए वहां जीवन की संभावनाएं भी तलाशेगा। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय वाले क्षेत्र को डार्क जोन कहना भी उचित होगा। क्योंकि ये ऐसा हिस्सा है जहां रौशनी बेहद कम पहुँचती है। वहां हर समय अँधेरा छाया रहता है। जिससे वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि वहां जरूर कुछ न कुछ खनिज एवं अन्य तत्वों जरूर पाए जायेंगे।
‘चंद्रयान-2’ के चांद पर पहुंचने से पहले ही सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा कई दावे किए जा रहे हैं। इसमें एक दावा यह भी है कि चंद्रयान-2 ने पृथ्वी की पहली तस्वीरें भेजी हैं। यूजर्स के अलावा सोशल मीडिया पर कई पेज ने अपने इस दावे के समर्थन में तस्वीरें भी शेयर की हैं। कुछ अंतरिक्ष चित्रों को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि ये हैं चंद्रयान-2 द्वारा खींची गई तस्वीरे हैं। फेसबुक समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर कई इन तस्वीरों के साथ कैप्शन लिखा है, ‘चंद्रयान-2 द्वारा भेजी गई पृथ्वी की पहली तस्वीर। क्या शानदार नजारा है!’
फ़र्ज़ी है तस्वीरें –
‘चंद्रयान-2’ ने अब तक कोई तस्वीर नहीं भेजी है। शेयर की जा रही तस्वीरों का मिशन चंद्रयान-2 से कोई लेना-देना नहीं है और जो दावा किया जा रहा है वो फर्जी है। इसरो ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इस तरह की कोई तस्वीरे शेयर नहीं की है।
Second earth bound orbit raising maneuver for #Chandrayaan2 spacecraft has been performed today (July 26, 2019) at 0108 hrs (IST) as planned.
For details please check https://t.co/raXNQB76O6#ISRO— ISRO (@isro) July 25, 2019