साधुओं की हत्या पर सियासत शुरू, राउत की टिप्प्पणी पर योगी का जवाब- महाराष्ट्र संभालें, यूपी की चिंता ना करें
लखनऊ : पोलिसनामा ऑनलाइन – महाराष्ट्र के पालघर और उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में चार साधुओं की हत्या पर अब महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश तक सियासत शुरू हो गई है। शिवसेना के नेता संजय राउत ने मंगलवार को अपने एक ट्वीट में कहा, ‘मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सीएम योगी आदित्यनाथ को फोन किया और मंदिर में साधुओं की हत्या पर चिंता जाहिर की। सीएम ने कहा कि यह अमानवीय घटना है और इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए हमें मिलकर काम करने की जरूरत है। उद्धव ने कहा कि यह देखा जाना चाहिए कि पीड़ित को न्याय मिले।’
श्री @rautsanjay61 जी,पालघर में हुई संतों की वीभत्स हत्या पर चिंता व्यक्त करने को राजनीति कहने वाली आपकी वैचारिक (कु)दृष्टि को क्या कहा जाए? कुसंस्कारों में 'रक्त स्नान' करती आपकी टिप्पणी,आपके बदले हुए राजनीतिक संस्कारों की परिचायक है। निःसंदेह यही तुष्टिकरण का प्रवेश द्वार है।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) April 28, 2020
इस मुद्दे पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिवसेना नेता संजय राउत के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के ऑफिस से किए गए इस ट्वीट में कहा गया है कि इस मुद्दे पर संजय राउत की टिप्पणी उनके बदले हुए राजनीतिक संस्कारों का परिचायक है, और ये तुष्टिकरण का प्रवेश द्वार है।
बुलंदशहर के मंदिर में दो साधु-संतों की हत्या मामले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने योगी आदित्यनाथ से फोन पर चर्चा की। उन्होंने साधुओं की हत्या को लेकर चिंता व्यक्त की। ऐसी अमानवीय घटना घटती है तब राजनीति न करके हमें एक साथ काम करते हुए अपराधियों को दंडित करवाना चाहिए :उद्धव ठाकरे
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) April 28, 2020
साथ ही ये भी कहा कि पालघर की घटना पर योगी आदित्यनाथ के उद्धव ठाकरे को किए गए कॉल पर बताया कि फोन इसलिए किया गया क्योंकि साधु निर्मोही अखाड़ा से संबंधित थे। लेकिन महाराष्ट्र से कॉल आना एक राजनितिक प्रतिशोध है।
श्री @rautsanjay61 जी, संतो की बर्बर हत्या पर चिंता करना राजनीति लगती है?
उ.प्र. के मुख्यमंत्री जी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री जी को फोन किया क्योंकि पालघर के साधु निर्मोही अखाड़ा से संबंधित थे।सोचिये, राजनीति कौन कर रहा है?
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) April 28, 2020
बुलंदशहर की घटना पर की गई कार्रवाई के बारे में बताया गया कि यूपी में कानून का राज है और यहां कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाता है,कहा- ‘आप महाराष्ट्र संभालें, यूपी की चिंता न करें’ |
श्री @rautsanjay61 जी, संतो की बर्बर हत्या पर चिंता करना राजनीति लगती है?
उ.प्र. के मुख्यमंत्री जी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री जी को फोन किया क्योंकि पालघर के साधु निर्मोही अखाड़ा से संबंधित थे।सोचिये, राजनीति कौन कर रहा है?
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) April 28, 2020