पिंपरी, संवाददाता। Pune News | पिंपरी चिंचवड़ (Pimpri Chinchwad) में कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) लेकिन बिना या सौम्य लक्षण (Mild symptoms) वाले मरीजों को होम आइसोलेशन (Home Iolation) में रहना होगा। आपको घर पर ही इलाज करना होगा। बिना लक्षण वाले, हल्के लक्षण वाले मरीजों को नगर निगम के अस्पताल (Municipal Hospital) में भर्ती नहीं किया जाएगा। होम सेपरेशन के लिए दवाएं जारी की जाएंगी। नगर निगम आयुक्त राजेश पाटिल (Municipal Commissioner Rajesh Patil) ने नगर अस्पतालों में कोरोना मरीजों के एडमिशन को लेकर प्रोटोकॉल (Pune News) की घोषणा की है।
शहर में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। ओमिक्रोन वायरस (Omicron Virus) का प्रसार भी तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना के मरीजों के लिए नया भोसरी अस्पताल, थेरगांव अस्पताल, जीजामाता अस्पताल, अकुर्दी अस्पताल, यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल शुरू किया गया। ऑटो क्लस्टर कोविड अस्पताल, अन्नासाहेब मगर जंबो कोविड अस्पताल संचालन की कार्यवाही शुरू है। नगर निगम के अस्पतालों में कोरोना मरीजों को भर्ती करने के लिए आयुक्त ने ‘प्रोटोकॉल’ की घोषणा (Pune News) की। इसके अनुसार अस्पताल में जांच के लिए आने वाले मरीजों को पहले कोरोना टेस्ट कराना होगा। टेस्ट के साथ-साथ रेफ़रल के बारे में ‘मैं ज़िम्मेदार’ ऐप में जानकारी भरनी चाहिए। संक्रमित की जांच चिकित्सा अधिकारी द्वारा की जानी चाहिए कि मरीज को होम आइसोलेशन या अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है?
प्रभावित रोगी को बिना किसी या हल्के लक्षण के लिए होम आइसोलेशन करना चाहिए। जांच के बाद, हल्के लक्षणों वाले रोगी को चिकित्सा उपचार (Medical Treatment) दिया जाना चाहिए, चिकित्सा अधिकारी के मोबाइल नंबर के साथ-साथ हाउस सेपरेशन बुकलेट भी दिया जाना चाहिए और घर से अलग होने के लिए घर छोड़ दिया जाना चाहिए। हल्के लक्षण वाले, पुरानी बीमारी वाले मरीजों को कोविड केयर सेंटर (सीसीसी) रेफर किया जाना चाहिए। किसी मरीज को रेफर करते समय चिकित्सा अधिकारी को एक संदर्भ नोट देना चाहिए और ‘मैं जिम्मेदार’, ऐप में जानकारी भरना चाहिए। मध्यम से गंभीर लक्षणों वाले मरीजों को न्यू भोसरी (ओमाइक्रोन संक्रमित), थेरगांव अस्पताल, जीजामाता अस्पताल (कोविड संक्रमित बच्चे) और आकुर्दी अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए। यदि इन चारों अस्पतालों में बिस्तर उपलब्ध नहीं हैं और चिकित्सा अधिकारी को रोगी को रेफर करने की आवश्यकता है, तो रेफरल पत्र ऑटो क्लस्टर, अन्नासाहेब मगर जंबो कोविड अस्पताल को भेजा जाना चाहिए।
ऑटो क्लस्टर, अन्नासाहेब मगर जंबो कोविड अस्पताल में मरीजों को सीधे भर्ती नहीं किया जा सकेगा। इसके लिए मरीज के पास इन चारों अस्पतालों का रेफरेंस लेटर होना चाहिए। किसी भी परिस्थिति में नोडल अधिकारी बिना किसी संदर्भ पत्र के ऑटो क्लस्टर, अन्नासाहेब मगर जंबो कोविड अस्पताल में एक मरीज को भर्ती नहीं करना चाहिए। आपात स्थिति में संबंधित फील्ड अधिकारियों से मोबाइल पर संपर्क किया जाए। निजी अस्पताल (Pune News) के आईसीयू में गंभीर मरीजों को नगर निगम के आईसीयू में नहीं ले जाना चाहिए। नगर निगम सीमा के भीतर रोगियों को वरीयता दी जानी चाहिए। इस प्रोटोकॉल (Protocol) में दिए गए निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है। यदि प्रोटोकॉल में कोई समस्या है, तो इसके लिए आयुक्त या अतिरिक्त आयुक्त की पूर्वानुमति आवश्यक है, ऐसा नगर निगम आयुक्त राजेश पाटिल (Municipal Commissioner Rajesh Patil) द्वारा जारी प्रोटोकॉल में स्पष्ट किया गया है।