RMD Foundation | बेलगांव कर्नाटक में ‘शोभाताई आर धारीवाल’ अंग्रेजी स्कूल का लोकार्पण समारोह संपन्न

पुणे : RMD Foundation | कुडाची (बेलगांव, कर्नाटक) के ग्रामीण भाग में इंग्लिश मीडियम स्कूल नहीं होने की वजह से विद्यार्थियों को अंग्रेजी स्कूल में पढ़ने के लिए तालुका में जाना पड़ता है. इसे लेकर शांतिसागर वेल्फेयर सोसायटी (Shantisagar Social Welfare Society) के अध्यक्ष व पदाधिकारियों ने आर एम डी फाउंडेशन की उपाध्यक्षा शोभाताई आर धारीवाल (Shobhatai R. Dhariwal) से मुलाकात कर अंग्रेजी स्कूल शुरू करने की विनंती की. इसके अनुसार इंग्लिश हाइ स्कूल की इमारत बनने के बाद रविवार को इस स्कूल का लोकार्पण हुआ. इस मौके पर स्कूल के ट्रस्टी, विध्यार्थी, अभिभावक वर्ग, स्थानीय नेता, युवा वर्ग बड़ी संख्या में उपस्थित थे. अंग्रेजी स्कूल से गांव में सुविधा होने से अभिभावक वर्ग व विद्यार्थी खुश थे. सभी ने आर एम डी फाउंडेशन के प्रति आभार जताया.
आर एम डी फाउंडेशन द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा, खेल, पर्यावरण व हेल्थ के सेक्टर में देशभर में भरपूर कार्य किए गए है और आज भी निरंतर यह जारी है. इसमें हर वर्ष रसिकलाल एम धारीवाल के जन्मदिन पर कोरेगांव पार्क में 1 मार्च को रक्त दान शिबिर का आयोजन, वर्षभर चलने वाला वृक्षारोपण और “एक पेड़ मां के नाम -वृक्षारोपण व संवर्धन” योजना, ग्रामीण, शहरी और आदिवासी भाग में विद्यार्थी तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर पाए इसके लिए ‘शोभाताई स्मार्ट क्लास योजना’ के तहत स्मार्ट बोर्ड का वितरण, पर्यावरण को हानि पहुंचाने वाले प्लास्टिक बैग की बजाए कागज के बैग का इस्तेमाल को लेकर विद्यार्थियों में जन जागृति व कागज का बैग बनाने का प्रशिक्षण, विभिन्न मंदिर, स्कूल कॉलेज, सार्वजनिक गार्डन, सरकारी हॉस्पिटल आदि जगहों पर आने वाले लोगों के लिए “प्याऊ” के जरिए शुद्ध व ठंडा पीने का पानी उपलब्ध कराना, रांजणगांव गणपति में “मैराथन” आदि शामिल है. विदर्भ में “शोभाताई आर धारीवाल उद्योग नगरी” के जरिए बेसहारा, आत्महत्या ग्रस्त किसान परिवार की महिलाओं के लिए रोजगार निर्माण, निमगांव -माढा सोलापूर में किसानों को वर्ष भर खेती के प्रशिक्षण के अपडेटेड “सौ शोभाताई कृषि प्रशिक्षण केंद्र (मुक्तांगण )” की स्थापना और मेडिकल शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की शिक्षा पूरी करने के लिए स्कॉलरशिप योजना चलाए जाने की जानकारी आर एम डी फाउंडेशन की अध्यक्षा जान्हवी धारीवाल बालन (Janhavi Dhariwal Balan) ने दी है.