सुशांत केस : गूगल पर आसान मौत ढूंढ रहे थे सुशांत?, मुंबई पुलिस की जांच रिपोर्ट, पढ़े हैरान कर देने वाली पूरी खबर

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मुंबई : ऑनलाइन टीम ( असित मंडल )- सुशांत सिंह राजपूत केस में मुंबई पुलिस लगातार सवालों के घेरे में आ रही है। लोगों का और सुशांत के परिवार का मानना है कि मुंबई पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है। साथ ही बिहार से आई पुलिस की टीम के लिए भी बाधा बन रही है। खैर, महाराष्ट्र ने इन बातों से साफ इंकार किया है और लोगों को पुलिस पर भरोसा बनाए रखने की बात कही है।

50 दिन बाद पहली बार मुंबई पुलिस ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस –
गत दिन मुंबई पुलिस की ओर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गयी थी। इस दौरान सुशांत केस को लेकर कई सारी जानकारियां मुंबई पुलिस ने पहली बार सबके सामने रखी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा 13-14 जून की रात को सुशांत के घर में कोई पार्टी नहीं हुई थी। साथ ही मुंबई पुलिस ने ये भी बताया कि कहा जा रहा है की पार्टी वाली रात की सीसीटीवी फुटेज गायब है। लेकिन, ऐसा नहीं है। पुलिस ने बताया आसपास के कई बिल्डिंग में सीसीटीवी लगे हुए है और इस जांच पड़ताल में उस रात पार्टी होने के कोई भी साबुत नहीं मिले है। पुलिस ने कहा पार्टी में कोई पॉलिटिशियन नहीं आये थे। सारी सीसीटीवी फुटेज मुंबई पुलिस के पास है।

गूगल पर आसान मौत ढूंढ रहे थे सुशांत –
पुलिस ने आगे कहा कि सुशांत के पास जितनी भी गेजेट्स थी चाहे वो मोबाइल फ़ोन हो या लैपटॉप सबकी जांच मुंबई पुलिस ने की है। इस दौरान मुंबई पुलिस ने पाया कि सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी मौत से पहले सबसे ज्यादा अपने आपको सर्च किया था। क्योंकि दिशा की मौत को लेकर कई मीडिया तमाम तरह की खबरे सुशांत को लेकर लिख रहे थे। इसे ही सुशांत जानना चाहा रहे थे कि लोग उनके बारे क्या-क्या सोच रहे है।

इसके अलावा सुशांत ने तीन चीज़ें सर्च की। जो काफी हैरान करने वाला है। दो बीमारी थी और एक था आसान मौत का तरीका। मुंबई पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, सुशांत ने गूगल पर बाइपोलर डिसऑर्डर, स्क्रीझोफ्रेनिया और तीसरा पेन लेस डेथ (दर्द रहित मौत ) को सर्च किया था।

क्या होता है बाइपोलर डिसऑर्डर –
यह एक कॉम्प्लेक्स मानसिक बीमारी है, जिसमें रोगी का मन लगातार कई महीनों या हफ्तों तक या तो बहुत उदास रहता है या फिर बहुत ज्यादा उत्साहित रहता है। इस रोग में व्यक्ति अचानक मूड़ स्विंग होता है। यह एक साइक्लिक डिसऑर्डर है, जिसमें पीडि़त व्यक्ति की मनोदशा बारी-बारी से दो अलग और विपरीत अवस्थाओं में जाती रहती है। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें पीड़ित व्यक्ति के व्यवहार में तेजी से परिवर्तन आने लगता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति अचानक से तनाव में आ जाता है और उसका आत्‍मविश्‍वास एकदम बढ़ जाता है और अगले ही पल में वह एकदम शांत हो जाता है। इस बीमारी में कई बार व्यक्ति चाहकर भी अपने व्यवहार पर नियंत्रण नहीं रख पाता।

क्या होता है स्क्रीझोफ्रेनिया –
सिजोफ्रेनिया एक गंभीर मानसिक बीमारी है जिससे छुटकारा पाना मुश्किल तो है लेकिन नामुमकिन नहीं। कई बार इस बीमारी से पीड़ित इंसान इस कदर निराश हो जाता है कि उसे आत्महत्या के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं दिखाई देता है। सिजोफ्रेनिया को लेकर कई भ्रांतियां भी हैं लेकिन दरअसल ये भ्रांतियां बेफजूल हैं और उनका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है। इस बीमारी से पीड़ित इंसान वास्तविक और काल्पनिक वस्तुओं को समझने की शक्ति खो बैठता है और उसकी प्रतिक्रिया परिस्थितियों के अनुसार नहीं होती है।

मुंबई पुलिस ने बताई चुप रहने की वजह –
मुंबई पुलिस पर जब सवाल खड़े हो रहे थे कि अगर पुलिस को ये सब चीज़े पहले ही पता चल गया था तो उन्होंने इसकी जानकारी मीडिया के सामने क्यों नहीं रखी। क्यों पुलिस इतने दिन चुप रही। इस पर मुंबई पुलिस ने जवाब दिया कि क्योंकि सुशांत सिंह राजपूत एक नमी एक्टर थे। और इस तरह की जानकारियां अगर पब्लिक डोमेन में आ जाती है तो उस शख्स को लेकर लोग तरह- तरह के बातें करने लगते है। एक तरह से शख्स की साख पर आंच आ जाती है। इसलिए ये सब चीज़ों की जानकारी पुलिस ने सामने नहीं लायी। लेकिन, जब बात मुंबई पुलिस की काबिलियत पर उठी तो मजबूरन हमे ये सब तथ्य सामने रखने पड़े।

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